बदहाल है बागेश्वर के 95 प्रतिशत मोटर मार्ग,लाखों रूपये सड़क सुधारीकरण के नाम पर डकार गए विभागीय अधिकारी
बागेश्वर (दिनेश सुरकाली बागेश्वर से )। बागेश्वर जनपद ऐसा जनपद बन गया है जहां विकास के नाम पर लूट मची हुई है जनप्रतिनिधियों ने तो अपनी आखं ,कान और मुंह बंद किये हुए है ,जिला प्रशासन इनके भक्त बन गये ऐसे में जनता के धन की लूट मची हुई है अधिकारी व ठेकेदार अपनी जेबें गरम करने में पीछे नहीं हट रहे है तो विकास किसका हुआ जनता का या फिर विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों का?आखिर जनता अपनी समस्या लेकर जाये तो किसके पास सभी के हाथ भ्रष्टाचार में रंगे हुए है।
लोक निमार्ण विभाग के कार्यो की गुणवता अधिकतर वर्षाकाल में देखने को मिलता है । यहां की 95 प्रतिशत सड़कों का डामर एक ही बरसात में धुल गया है। गहरे गड्डे बन गये है सुरक्षा दिवाल टूट गई है मलवा सड़कों पर फैला हुआ है नालों की सफाई बरसात से पहिले होती है वह तो कागजों में पूरा हो गया , फर्जी बौचर बनाकर लाखों रूपये की बंदरबांट हुई । काम हुआ होता तो धरातल में दिखाई देता ं केवल एक दोफाड़ मोटर मार्ग की बात नहीं है ,रीमा -दोफाड़ ,कपकोट बागेश्वर ,गरूड़ ब्लांक की कई सड़के बदहाल है । कई सड़कों में डामर दो बार कागजों में हुआ ,लेकिन सड़क पर नही हुआ ।
लोक निमार्ण विभाग के अधिशासी अभियन्ता से जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा । जिलाधिकारी बागेश्वर से संपर्क करने की कोशिश की गई उनका भी फोन व्यवस्त जा रहा था । विभाग के कार्यो की जानकरी ले तो किसे ले किसी भी अधिकारी का फोन रिसीव ही नहीं होता ।