युवती को जिंदा जलाने वाला मुसलमान तीन साल से पीछे पड़ा था, सरकार उसे बचाने में लगी हुई है

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घर में सो रही अंकिता को मुसलमान शाहरुख ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी। हंसते हुए मुसलमान शाहरूख ने कहा मैंने जंग जीत ली है एक हिन्दू लड़की का धर्म परिवर्तन नहीं कर पाए तो जिन्दा जला दिया ।

मौत के बाद से झारखंड के कई शहरों में तनाव है। विपक्ष मामले में हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रहा है। दुमका डीएसपी मामले में सवालों के घेरे में हैं।

झारखंड के दुमका जिले में एक युवती को जिंदा जला दिया गया। मामला एकतरफा प्यार का है। युवती का पांच दिन से इलाज चल रहा था। शनिवार देर रात 90 प्रतिशत जली युवती ने दम तोड़ दिया। 23 अगस्त को घर में सो रही युवती को सिरफिरे ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी। युवती की मौत के बाद से झारखंड के कई शहरों में तनाव है। 

मामला क्या है?

23 अगस्त की की बात है। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली अंकिता अपने घर में सो रही थी। तड़के सुबह करीब पांच बजे उसी मोहल्ले में रहने वाला शाहरुख हुसैन उसके घर पहुंचा। उसने खिड़की के कांच तोड़कर अंकिता पर पेट्रोल डाला और माचिस जला कर उसे आग के हवाले कर दिया। 

घटना में गंभीर रूप से जली अंकिता को गंभीर हालत में दुमका जिले के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद 23 अगस्त को ही अंकिता को रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। अंकिता के दोनों हाथ, दोनों पैर, पीठ का हिस्सा और पेट का काफी हिस्सा बुरी तरह से जल गया था। पांच दिन तक वह जिंदगी और मौत से जूझती रही। शनिवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। 

आरोपी युवक ने अंकिता को जलाया क्यों?

अंकिता के परिवार का कहना है कि शाहरुख पिछले तीन साल से उसे परेशान कर रहा था। अंकिता ने इस बात की जानकारी अपने पिता को भी दी थी। शुरुआत में उन्होंने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। इसके बाद जब शाहरुख अंकिता का ज्यादा परेशान करने लगा तो वह पुलिस के पास शिकायत करने भी गए थे। हालांकि, शाहरुख के बड़े भाई ने माफी मांगते हुए आगे से ऐसा नहीं होने का आश्वासन दिया। 

इसके बाद शाहरुख कुछ दिन तक शांत रहा। कुछ दिनों बाद उसने फिर से वही सब करना शुरू कर दिया। घटना से करीब 15 दिन पहले से उसने अंकिता को कुछ ज्यादा ही परेशान करना शुरू कर दिया था। घटना से एक दिन पहले 22 अगस्त को ही उसने अंकिता को फोन करके धमकी दी कि अगर मुझसे बात नहीं करोगी तो जान से मार दूंगा। 

मौत से कुछ घंटे पहले ही अंकिता ने अस्पताल में पुलिस को बताया था कि 23 अगस्त की सुबह मैंने अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखी तो मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा कि शाहरुख हाथ में पेट्रोल का केन लेकर मेरे घर की तरफ से भाग रहा है। उस वक्त मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी, आग मेरे शरीर पर लग चुकी थी।

 

आरोपी इस वक्त कहा

घटना वाले दिन ही आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने इस घटना को एकतरफा प्यार का मामला बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी शाहरुख तीन साल पहले अप्रैल 2019 में छेनी हथौड़ी लेकर अंकिता के घर में घुस गया था। तब उसने घर में तोड़फोड़ की थी। लोगों ने शाहरुख को पकड़कर पीटा भी था।  मामला पुलिस तक पहुंचा। हालांकि, समझौता हो गया था। इसी महीने 2 अगस्त को भी आरोपी ने पीड़िता के घर की ग्रिल तोड़कर घुसने की कोशिश की थी। 

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