आखिर कब बनेगा केदारेश्वर मिनी स्डेडियम,जनप्रतिनियों के झूठे आश्वासनों से जागरूक मंच के पदाधिकारियों में आक्रोश

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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कपकोट आगमन पर केदारेश्वर मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए दो करोड़ की स्वीकृति की घोषणा हुई । त्रिवेंन्द्र सिंह के सीएम पद से हटने के बाद यह घोषणा ठंडे बस्ते में डाल दिया । प्रदेश के सीएम धामी यहां की एक लाख जनता के भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे है। यह बात कपकोट के जागरूक मंच के पदाधिकारियों ने कही ,अभी तक अधर में लटकाने से भाजपा को नुकसान है। केदारेश्वर मैदान पूरे क्षेत्र के लिए वरदान है यहां पर राजनीतिक, सांस्कृतिक व खेलकूद के लिए एक मात्र मैदान है। मैदान का इतना महत्व होने के बावजूद अब भी सरकार उपेक्षा क्यों कर रही है।इसके बनने से भाजपा को 2022 के चुनाव में राजनैतिक लाभ मिल सकता था । अब भी प्रदेश सरकार के पास वक्त है कि केदारेश्वर मिनी स्टेडियम के लिए सीघ्र बजट स्वीकृत कराकर कार्य प्रारम्भ किया जाय ।

यह मैदान इस क्षेत्र के लि वरदान साबित है यह क्षेत्र प्रदेश का अतिदुर्गम होने से भी आपदा के लिए काफि महत्वपूर्ण है। कपकोट तहसील में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों का दबदबा भी है। ताइक्वांडो से लेकर वालीबॉल और क्रिकेट के होनहार खिलाड़ी जिले का नाम रोशन भी कर रहे हैं। लेकिन तहसील स्तर पर मैदान नहीं होने का खिलाड़ी दंश झेल रहे हैं।

कपकोट (बागेश्वर)। भाजपा के ही पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह की घोषओं को अनदेखी करने वाले वर्तमान सीएम धामी उपेक्षा कर रहे है। केदारेश्वर मैदान को शीघ्र मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने की मांग मुखर हो गई है। क्षेत्र के युवाओं ने संघर्ष करने का निर्णय लिया है और युवा मंच का गठन किया है।

जागरूक मंच के युवाओं ने कहा कि कपकोट तहसील में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों का दबदबा भी है। ताइक्वांडो से लेकर वालीबाल और क्रिकेट में खिलाड़ी जिले का नाम रोशन भी कर रहे हैं। लेकिन तहसील स्तर पर मैदान नहीं होने का खिलाड़ी दंश झेल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कपकोट के केदारेश्वर मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। घोषणा रंग लाई है और मिनी स्टेडियम निर्माण को धनराशि स्वीकृत हुई। इस मैदान को बनाने के लिए दो करोड़ की स्वीकृति की घोषणा हुई। मगर अब भी स्टेडियम निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इससे युवाओं के हाथ निराशा लगी।

केदारेश्वर मैदान लगभग एक लाख के आबादी वाले क्षेत्र के लिए राजनीतिक, सांस्कृतिक व खेलकूद के लिए एक मात्र मैदान है। मैदान का इतना महत्व होने के बावजूद अब भी यह उपेक्षा का शिकार है। युवाओं ने कपकोट जागरूक युवा मंच का गठन किया है। जिसमें अध्यक्ष हरीश ऐठानी उर्फ हडसन, उपाध्यक्ष गजेंद्र कपकोटी, सचिव विनोद कपकोटी, कोषाध्यक्ष गंगा सिंह बसेड़ा को चुना गया। इस मंच के माध्यम से सभी कपकोट के युवाओं ने सरकार से मांग की गई कि शीघ्र से केदारेश्वर मैदान का कार्य प्रारंभ किया जाए, अन्यथा आंदोलन की राह पर जाने को मजबूर होंगे। इस मौके पर राजेश मेहता, सोनू कपकोटी, चंचल दानू, राकेश दानू आदि मौजूद थे।

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