अल्मोड़ा: भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग पर गरजे राजनैतिक दल, युवाओं ने निकाली आक्रोश रैली
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में विभिन्न संगठनों ने भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग पर आंदोलन कर रहे युवाओं पर देहरादून में हुए लाठीचार्ज के विरोध में आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया। कांग्रेस, आप, यूकेडी सहित छात्र संगठनों ने कहा प्रदेश में हर रोज नए-नए भर्ती घोटाले सामने आ रहे हैं, जिससे हर युवा का मनोबल टूट गया है। सरकार इन घोटालों की छोटी-मोटी जांच कर इस पूरे मामले में पर्दा डालने की कोशिश में जुटी है। जब युवा इसकी सीबीआई जांच की मांग करते हैं तो उन पर सरकार लाठीचार्ज कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं व विभिन्न संगठनों ने चौघानपाटा में धरने पर बैठकर सड़क जाम की।
नेता आशीष जोशी, युवा जन संघर्ष युवा मोर्चा के संयोजक मनोज बिष्ट, धर्म निरपेक्ष युवा संयोजक के विनय किरौला के नेतृत्व में कार्यकर्ता व छात्र संगठन चौघानपाटा पहुंचे और एकजुट होकर भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा प्रदेश में हर रोज सामने आ रहे भर्ती घोटालों ने सरकार की जीरो टॉलरेंस के दावे को फेल साबित किया है।
प्रदेश का हर युवा आज बेरोजगारी से त्रस्त है। ऐसे में भर्ती घोटालों ने उनकी नौकरी की उम्मीद भी उनसे छीन ली है। लंबे समय से प्रदेश का हर व्यक्ति इन घोटालों की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। इसके लिए देहरादून में युवा आंदोलन कर रहे थे। लेकिन सरकार ने उनकी आवाज को दबाने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया जो गलत है। छात्र संगठनों ने कहा प्रदेश के युवाओं के साथ इस तरह का बर्ताव किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने माल रोड में बैठकर धरना दिया। इसके बाद छात्र संगठनों ने चौघानपटा से पूरे बाजार में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। वहीं यूकेडी ने जिलाध्यक्ष निदेश जोशी के नेतृत्व में चौघानपाटा में भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग पर सरकार का पुतला जलाया। आप कार्यकर्ता भी जिलाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट के नेतृत्व में चौघानपाटा पहुंचे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारे लगाए। सभी ने चेतावनी देते हुए कहा युवाओं पर लाठीचार्ज करने वालों के खिलाफ कार्रवाई व भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरेंगे।