अंकिता हत्याकांड : भाजपा ने पिता-पुत्रों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया कहा ऐसे अपराधिक तत्व के लोगों की जगह नहीं है

विनोद आर्य पिता व हत्यारोपी पुलकित आर्य का बड़ भाई अंकित आर्य भाजपा से निकाले
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जिला प्रशासन पौड़ी के जिम्मेदार अधिकरियों को अंकिता के गायब होने की बार-बार गुहार लगाई लेकिन जिला अधिकारी पौड़ी ने समय पर सीघ्र कार्यवाही ली होती तो आज अंकिता शायद जिंदा होती

अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने अपनीa बेटी की हत्या से बिल्कुल टूट गए हैं,बोले- कातिलों को फांसी न मिलने तक वापस नहीं जाऊंगा

ऋषिकेश । अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपित पुलकित आर्य के बड़े भाई, अंकित आर्य को उत्तराखंड सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है। उन्हें अंकित और उनके पिता को भाजपा से निकाल दिया गया है।
आपको बता दे कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपित पुलकित आर्य के बड़े भाई, अंकित आर्य को उत्तराखंड सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है। समाज कल्याण विभाग की ओर से संबंधित आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही उन्हें अंकित और उनके पिता को भाजपा से निकाल दिया गया है।

पुलकित आर्य के इस जघन्य वारदात में शामिल होने की घटना सामने आने के बाद, हरिद्वार निवासी उसके परिवार का सियासी दखल चर्चाओं में आ गया था। पुलकित के पिता विनोद आर्य, पूर्व में दर्जाधारी रह चुके हैं, जबकि उसका बड़ा भाई अंकित ओबीसी आयोग में उपाध्यक्ष था।
अंकित की नियुक्ति इसी साल चुनाव आचार संहिता लगने से ठीक एक दिन पहले सात जनवरी को गई थी। लेकिन इस मामले में पुलकित आर्य की भूमिका सामने आने के बाद सरकार और संगठन पर कार्यवाही का दबाव बढ़ गया था। इसी क्रम में सरकार ने अंकित आर्य को तत्काल प्रभाव से पद मुक्त कर दिया है। इसी के साथ भाजपा ने भी अंकित आर्य और विनोद आर्य को पार्टी से निकाल दिया है।

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