पोस्टमार्टम में शामिल दूसरे डॉंक्टर ने दर्ज कराए बयान, बताया कैसे हुई थी अंकिता की मौत
अंकिता के साथ पहिले दरिद्रों ने संबध बनाने की कोशिया की लेकिन वे नशे में होने से अधिक सफल नहीं हो पाए जिसे तीनों ने मिलकर अंकिता को पिटाई कर पानी में धक्का दे दिया जिसे उसकी मौत हो गई ।अंकिता के हत्यारे किसी भी तरह से बाहर आना चाहते है वे धनबल व राजनैतिक पहुंच से वे किसी भी हद तक पहुंच सकते है क्योंकि मामला अब शांत हो चुका है वे हर तरफ से दबाब बनाए हुए है। अब अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी।
देहरादून । डॉक्टर ने कहा कि उनकी राय में अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। मृतका के शरीर पर आई चोटें मौत से पहले की हैं जो उसे जबरन धक्का देने के कारण आई हैं।
कोटद्वार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोटद्वार की अदालत में चल रहे अंकिता हत्याकांड के सत्र परीक्षण में शुक्रवार को सुनवाई हुई। पोस्टमार्टम करने वाली एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरों के पैनल में शामिल दूसरे डॉ. आशीष रमेश भूते के बयान दर्ज हुए।
उन्होंने एसआईटी को पूर्व में दिए बयान दोहराए। बताया कि उनकी राय में अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। मृतका के शरीर पर आई चोटें मौत से पहले की हैं जो उसे जबरन धक्का देने के कारण आई हैं।
विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी ने बताया कि शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश के पैनल में शामिल रहे दूसरे डॉ. आशीष रमेश के बयान दर्ज हुए। वह एम्स में फॉरेंसिक विभाग में सेवारत हैं।
उन्होंने अदालत को बताया कि परीक्षण के दौरान उन्हें मृतका के साथ जबरन लैंगिक हमले का साक्ष्य नहीं मिला है। इसके बावजूद लैंगिक हमले की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। उसके लिए डीएनए सैंपल सुरक्षित रखे गए हैं।
मृत्यु से पूर्व की चोटें थी
मृतका के शरीर पर पाई गई चोटें मृत्यु से पूर्व की ताजी चोटें थी। अभियोजन पक्ष के साथ अंकिता के पिता की ओर से नियुक्त वकील अजय पंत और नरेंद्र सिंह गुसाईं भी शामिल रहे।
विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी ने बताया कि चार में से दो अलग-अलग विभागों से जुड़े डॉक्टरों के बयान दर्ज कराए जा चुके हैं।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता अमित सजवाण और अनुज पुंडीर ने गवाह के रूप में आए डॉक्टर भूते से कई सवाल-जबाव किए। गवाही के दौरान भी अदालत में तीनों हत्यारोपी पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता हाजिर रहे। अब अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी।