सीएम योगी के आते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, फूलों की बारिश करने लगे
सीएम गाजियाबाद में जब घर-घर दस्तक दे रहे थे तो रास्ते में उन्हें कुछ छात्राएं भी मिलीं जिनसे उन्होंने कुछ सवाल पूछे जिसका जवाब पाकर मुख्यमंत्री का क्या रिएक्शन आया
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को घर-घर दस्तक अभियान के तहत राजीव कॉलोनी की वाल्मीकि बस्ती का दौरा किया। राजीव कॉलोनी की वाल्मीकि बस्ती में दोपहर तीन बजे वोट की अपील के लिए घर-घर दस्तक दे रहे सीएम योगी आदित्यनाथ पर फूलों की बारिश हो रही थी। जय श्री राम का उद्घोष गूंज रहा था। सीएम महिलाओं की तरफ हाथ जोड़कर कदम दर कदम आगे बढ़ते जा रहे थे।
कुछ दूर चलने के बाद उनका ध्यान गया कि पीछे दो लड़कियां हाथ में आरती का थाल लेकर खड़ी थीं। वे पीछे मुड़े और उनके पास गए। ये लड़कियां थीं कक्षा तीन की छात्रा अनन्या और 12 वीं कर चुकी पूजा। सीएम ने उनसे चार मिनट तक बात की। उनसे महिला सुरक्षा पर सवाल किया। जवाब सुनकर सीएम के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई। सवाल और जवाब कुछ इस तरह चलेसीएम – आपका नाम क्या है बिटिया, कौन की क्लास में पढ़ती हो?
अनन्या ने नाम बताया और कहा कि वह तीसरी क्लास में पढ़ती है।
सीएम – मन लगाकर पढ़ाई करो, तुम्हें बहुत आगे जाना है।
सीएम – तुम्हारा नाम क्या है बिटिया?
प्रियंका ने अपना नाम बताया।
सीएम – अब घर से बाहर निकलने में डर तो नहीं लगता?
प्रियंका – नहीं सर, बिल्कुल नहीं, हम खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं।
सीएम – महिलाओं के साथ अपराध होने पर पुलिस सुनवाई करती है या नहीं ?
प्रियंका – करती है, अच्छी तरह से करती है। महिलाओं को न्याय मिल रहा है।
सीएम – जब आप बाहर जाती है तो परिजन को चिंता तो नहीं होती है?
प्रियंका – नहीं, अब नहीं होती, महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
लोगों के पास जाकर दिया चुनावी पत्र
इसके बाद सीएम आगे बढ़ गए। जनसंपर्क के दौरान उन्होंने लोगों के पास जाकर उन्हें चुनावी पत्र दिया। एक पत्र घर के बाहर खड़ी छात्रा काजल को मिला। उसने कहा कि सीएम जब उसके पास आए तो उसने घर पर आने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस पर सीएम ने मुस्कराते हुए आशीर्वाद दिया। फिर पढ़ाई मन लगाकर करने के लिए कहा। चलते-चलते यह भी पूछा कॉलोनी में सुरक्षा संबंधी कोई दिक्कत तो नहीं है। वह सभी से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रहे थे।
दुष्कर्मी अब जेल में है
सीएम ने छात्राओं से कहा कि प्रदेश में अब महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पिछली सरकार की अपेक्षा महिला संबंधी अपराध कम हुए हैं। दुष्कर्म, छे?खानी करने वाले जेल में हैं। पुलिस की कार्यशैली बदली है। महिला संबंधी अपराध की शिकायत के लिए थानों में महिला हेल्प डेस्क बनी हैं। मिशन शक्ति महिलाओं के लिए लाभदायक साबित हुई है।