गाड़ी चलाते समय फोन पर बात की तो मोबाइल होगा जब्त, होंगे ऑंटोमेटिक ई-चालान
आजकल अधिकतर लोगो का शौक हो गया है कि मोबाईल से बात करते हुए ड्राईविंग करते हुए ,चौराहे पर खड़े यातायात पुलिस या फिर रोड पर खड़े परिवहन विभाग के अधिकरी इस तरह देखते हुए नजरअंदाज कर दे रहे है जबकि इससे कई खतरनाक दुर्घटना घट सकती है । ऐसी घटनाए कई बार हो चुकि है फिर भी परिवहन विभाग व पुलिस देखकर मुंह फेर लेती है।
हल्द्वानी । (संवाददाता नन्दा टाइम्स)i दो पहिया और चार पहिया वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात की तो न सिर्फ आपको मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान का भुगतान करना होगा, वरन आपका मोबाइल फोन भी 24 घंटे के लिए जब्त कर लिया जाएगा।
मोबाइल फोन पर बात करते हुए गाड़ी चलाते समय आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन विभाग की ओर से यह कदम उठाया गया है। परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन की मदद से 12 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा।
अभियान के दौरान गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी। साथ ही कानफोड़ू साइलेंसर लगाने और राहगीरों के लिए मुसीबत बनने वाले वाहन चालकों की भी जमकर खबर ली जाएगी। जांच अभियान के दौरान ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग के साथ ही प्रदूषण के कागजातों की भी जांच की जाएगी।
आरटीओ प्रवर्तन ने बताया कि विशेष जांच अभियान के दौरान अगर कोई नाबालिग बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के दो पहिया या चार पहिया वाहन चलाते पकड़ा गया तो परिजनों से न सिर्फ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 25 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा, वरन एक साल के लिए गाड़ी का परमिट भी निलंबित कर दिया जाएगा। साथ ही नाबालिग को 25 वर्ष की उम्र होने तक ड्राइविंग लाइसेंस भी जारी नहीं किया जाएगा।
शहर में यातायात नियमों का पालन न करने वालों का 129 जगहों पर ऑटोमेटिक ई-चालान होगा। अभी 49 जगहों पर कैमरों व सेंसर की मदद से चालान किए जा रहे हैं। योजना के तहत शेष स्थानों पर भी ऑटोमेटिक ई-चालान होंगे। ऐसे में कहीं भी यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान कुछ ही देर में उनके मोबाइल पर पहुंच जाएगा।
शहर में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो सिर्फ ये सोचकर यातायात नियम तोड़ देते हैं कि कोई उन पर नजर नहीं रख रहा। आसपास पुलिसकर्मी न दिखने पर बड़ी संख्या में लोग रेड लाइट जंप, नो पार्किंग में वाहन खड़ा करने, जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन रोकने, ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग जैसे काम करते हैं, लेकिन ऐसे लोगों पर शहर में लगे कैमरे और सेंसर लगातार नजर रख रहे हैं।