गोरखनाथ मंदिर पर हमला आतंकी साजिश, एनआइए ने शुरू की जांच
गोरखपुर । सरकार ने माना है कि गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश है। गृह विभाग ने जारी विज्ञप्ति कर कहा है कि अभी तक की छानबीन में इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि मंदिर में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया व्यक्ति बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। हमले करने की नियत से ही वह मंदिर में घुसने का प्रयास कर रहा था। लेकिन पीएसी के जवानों ने उसकी कोशिश नाकाम कर दी। हालांकि इस दौरान दो जवान घायल भी हो गए।
एटीएस करेगी जांच
मंदिर में घुसने की कोशिश करते पकड़े गए युवक से आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) पूछताछ कर रही है। हमलावर के लैपटाप और मोबाइल फोन के डिटेल से भी उसके बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। लैपटाप व मोबाइल खोलने के लिए जांच एजेंसिया विशेषज्ञों की मदद ले रही हैं। हमलावर के आतंकी संगठनों से संपर्क में भी होने की आशंका जताई जा रही है। जांच एजेंसियां इसकी भी पड़ताल कर रही हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे मामले की जांच के यूपी एटीएस करेगी।
पीएसी के जवानों को प्रदेश सरकार देगी पांच लाख का पुरस्कार
गोरखनाथ मंदिर में हमले को नाकाम करने वाले पीएसी के तीन जवानों को प्रदेश सरकार ने पांच लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। पीएसी के कांस्टेबल गोपाल गौड़, अनिल पासवान और अनुराग राजपूत ने साहस का परिचय देते हुए हमलावर को पकड़ लिया था। इस दौरान हमलावर ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया था। उसके हमले में दो जवान घायल भी हो गए थे।
रविवार की शाम एक युवक गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहा था। मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात जवानों ने संदेह के आधार पर उसे रोकने का प्रयास किया तो धार्मिक नारा लगाते हुए धारदार हथियार से उसने पीएसी जवानों पर हमला कर दिया। उसके हमले में दो जवान घायल हो गए है। घायल होने के बाद भी दोनों जवानों ने अपने एक अन्य साथी की मदद से हमलावर को दबोच लिया। उसके पास से एक बैग मिला है। बैग में लैपटाप व एक अन्य धारदार हथियार बरामद हुआ है।