बरसात ने खोल दी लोक निमार्ण विभाग की भ्रष्टाचार ,बंदरबांट की कलई
बागेश्वर (दिनेश सुरकाली बागेश्वर से ) । भारी वारिश ने निमार्ण विभाग की भ्रष्टाचार ,बंदबांट की पोल खुलकर सामने आ गई है सबसे ज्यादा तो लोक निमार्ण विभाग में पनप रहा है यहां तो भ्रष्टाचार कैंसर का रूप ले लिया है क्योंकि यहां बंदरबांट नीचे लेकर ऊपर तक होती है । अगर कोई शिकायत भी करके तो किसे करेगें सभी तो मिलीभगत है। लोगों को दिखावे के लिए जांच कमेटी बैठा देगें वह जांच प्रक्रिया सालों-साल चलते रहेगी तब तक दोषी अधिकारी सेवानिवृत हो जाता है और जांच चलते रहती है।
आपको बता दें कि पहाड़ में अधिकतर पीएमजीएसवाई की सड़के है अधिकतर सड़को में डामरीकरण हुआ ही नहीं जिनमें डामरीकरण हुआ है वह दो महिने में उखड़कर बरसात में गहरे गड्डे हो चुके है जहां नालियां बननी थी वहां पहिले से ही मलवे के ढेर है पानी सड़क में बहकर भूस्खलन होकर टूट चुकि है।
मानसून सत्र से पहले सड़कों की मरम्मत आदि को लेकर जिला प्रशासन और लोनिवि के बीच कई बैठकें हुई। कोरोना वायरस बचाव और रोकथाम में लगे अधिकतर अधिकारी मानसून को लेकर आयोजित बैठकों में शामिल हुए। बावजूद सड़कों की हालत में कोई सुधार नहीं हो सका। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों की स्थिति बेहद खराब हो गई है। बालीघट -पन्द्रहपाली ,हरसीला -कन्यालीकोट ,गौलना- गडेरा , रीमा -दोफाड़,कपकोट-कर्मी, शामा-तेजम, सौंग-भराड़ी आदि कई सड़के बंद पड़ी है। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी, रंजीत दास आदि ने कहा कि सड़कों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का शहर से संपर्कटूअ चुका है अगर कोई गंभीर बीमार हो जाय तो उसे मुख्यमार्ग तक लाने के लिए कोई साधन नहीं है। वर्तमान में वैसे कोरोना महामारी से निपटने के लिए ग्रामीण सड़को को पहिली प्राथमिकता देनी चाहिए ।