बर्खास्त पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट दोबारा बने सीएम के पीआरओ ,मुख्यमंत्री धामी खनन प्रेमी होना हुआ साबित: गरिमा दसौनी

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देहरादून । बागेश्वर खनन प्रकरण में बर्खास्त किए गए मुख्यमंत्री के जन संपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को दोबारा नियुक्ति दे दी गई है। सचिवालय प्रशासन ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी किए। बागेश्वर में अवैध खनन से जुड़ी गाड़ी को छुड़ाने के लिए पुलिस को पत्र लिखने वाले पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त कर दिया गया था। अब वे फिर से बहाल हो चुके है

आपको बता दें कि उपनेता सदन करन माहरा ने विधानसभा में जोर शोर से उठाया था। इस पर सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नंदन सिंह बिष्ट को बर्खास्त कर दिया था। विपक्ष ने इस मसले पर सरकार को जमकर घेरा था। डैमेज कंट्रोल के रूप में नंदन सिंह बिष्ट को हटाया गया था। ऐसे में नंदन सिंह बिष्ट को दोबारा नियुक्ति देने पर सवाल उठ रहे हैं। सचिव सचिवालय प्रशासन विनोद कुमार सुमन की ओर से दोबारा नियुक्ति देने के आदेश किए गए।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष व सलाहकार सुरेंद्र कुमार और गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा दसौनी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री का खनन प्रेमी होना एक बार फिर साबित हुआ है। जिस पीआरओ को अवैध खनन के ट्रक को छुड़ाने में उनका पत्र वायरल हुआ था। उसको आचार संहिता से कुछ समय पूर्व गुपचुप तरीके से बहाल कर दिया गया। अवैध खनन में कोटद्वार में भी भाजापा के एक नेता की संलिपत्ता पर कोर्ट ने टिप्पणी की है।

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