बीजेपी नेताओं ने कहा – उत्तराखंड 2022 चुनाव में धामी ही होंगे सरकार का चेहरा
उत्तराखंड चुनाव पर सबसे बड़ी चर्चा राइजिंग उत्तराखंड में बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और सांसद अनिल बलूनी ने से मेरा गांव मेरा पहाड़ कार्यक्रम पर कांग्रेस नेता हरीश रावत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हरीश रावत अपनी पूरी पारी खेल चुके हैं. हरीश रावत को जनता ने दो-दो सीटों से हराकर नकार दिया है, इसलिए उनकी कहानी समाप्त हो चुकी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि बीजेपी चुनाव में 60 प्लस का लक्ष्य लेकर बड़ी जीत दर्ज करेगी
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर सबसे बड़ी चर्चा राइज़िंग उत्तराखंड में बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और सांसद अनिल बलूनी ने ‘मेरा गांव मेरा पहाड़’ कार्यक्रम पर कांग्रेस नेता हरीश रावत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हरीश रावत अपनी पूरी पारी खेल चुके हैं. उन्हें पूरा मौका उत्तराखंड के लिए मिला, लेकिन वह मौका खो चुके हैं. हरीश रावत को जनता ने दो-दो सीटों से हराकर नकार दिया है, इसलिए उनकी कहानी समाप्त हो चुकी है. उत्तराखंड के लिए कहने के लिए हरीश रावत के पास अब कुछ नहीं है.
चर्चा राइज़िंग उत्तराखंड में बोलते हुए अनिल बलूनी ने सीएम चेहरे पर कहा कि चेहरों की हमारे पास कोई कमी नहीं है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हमारे लिए सरकार का चेहरा हैं. संगठन के कैप्टन मदन कौशिक हैं. बीजेपी में प्रत्येक कार्यकर्ता ही चेहरा होता है. हरक सिंह रावत को लेकर बलूनी ने कहा कि वे बीजेपी के साथ ही हैं. थोड़ी देर पहले ही हम दोनों साथ थे. बीजेपी बड़े बहुमत से उत्तराखंड और यूपी में चुनाव जीतेगी.
उन्होंने हिंदू और हिंदुत्व पर कहा कि कांग्रेस के लोग हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए लगे रहते हैं. सलमान खुर्शीद, दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर, तमाम कांग्रेस नेता हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए लगे रहते हैं. हिंदुत्व के खिलाफ कांग्रेस कुछ भी कर ले देश की जनता कांग्रेस को हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए कभी माफ नहीं करेगी.
मेरा गांव मेरा पहाड़ कार्यक्रम में अनिल बलूनी ने पहाड़ों के पलायन पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि हमारे पहाड़ जिस तरह का दंश झेल रहे हैं वह समान्य नहीं है. जहां हमारे पुर के पैर रखते थे, वह पहाड़ों की जमीन निर्जन होती जा रही है. वहां हम त्यौहार मनाने जाएंगे. जिस कारण उत्तराखंड का निर्माण हुआ था उसमें हम विफल न हो जाएं. यहां अब विकास तेजी से हो रहा है, जिससे पलायन रुकेगा.