दिल्ली में तेजी से बढ़े वायरल बुखार के मामले, बच्चों में दिखे ये लक्षण तो न बरतें लापरवाही
अस्पतालों के ओपीडी में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ी है जिन्हें तेज बुखार आ रहा है। बच्चों में यह बुखार चार से छह दिन तक चल रहा है। साथ ही उनमें खांसी-जुकाम की भी शिकायत मिल रही है।
नई दिल्ली। दिल्ली में बच्चों में वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। इनमें अधिकतर बच्चे वायरल बुखार से पीड़ित हैं। कुछ बच्चों में तेज बुखार, उल्टी दस्त की समस्या भी है। जबकि प्रतिदिन दो-तीन बच्चों में डेंगू की शिकायत मिल रही है। द्वारका स्थित आकाश हेल्थकेयर अस्पताल के पीडियाट्रिक्स विभाग की वरिष्ठ डाक्टर मीना जे के मुताबिक ओपीडी में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ी है, जिन्हें तेज बुखार आ रहा है। बच्चों में यह बुखार चार से छह दिन तक चल रहा है। साथ ही उनमें खांसी-जुकाम की भी शिकायत मिल रही है। कुछ बच्चों में सांस लेने में परेशानी भी देखी जा रही है।
ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें बिना मास्क लगाए बाहर नहीं निकलने देना चाहिए। साथ ही घर में अगर किसी सदस्य को बुखार या सर्दी-जुकाम है तो बच्चों को उससे दूर रखना चाहिए। डा. मीना ने बताया कि वायरल से पीड़ित कई बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हें एनआइसीयू में भर्ती किया जा रहा है। पिछले दो सप्ताह से बच्चों में डेंगू के भी तीन-चार मामले प्रतिदिन आ रहे हैं।
वसंतकुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल में पीडियाट्रिक्स विभाग के हेड डा. राहुल नागपाल का कहना है कि उनके यहां भी ओपीडी में 40 से 50 बच्चे प्रतिदिन आ रहे हैं। इनमें अधिकतर वायरल बुखार से पीड़ित होते हैं। कहा कि बारिश के मौसम में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है जो बच्चों के लिए घातक हो सकता है। इसलिए इस मौसम में छोटे बच्चों (करीब एक साल) का खास ख्याल रखने की जरूरत है। बच्चे में तेज बुखार, उल्टी-दस्त और सर्दी जैसे लक्षण दिखने पर उसे तुरंत अस्पताल में दिखाना चाहिए।