नैनीताल पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी नैनीताल पहुंचे कई योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण एक साथ किया
नैनीताल । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को दो दिनी भ्रमण पर नैनीताल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नैनीताल, भीमताल, रामनगर और लालकुआं विधानसभा क्षेत्रों में करीब 100 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। वहीं, उन्होंने नैनी झील के चारों और विद्युत लाइनों को भूमिगत करने, पाषाण देवी मंदिर के समीप हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य करवाने, कैंची धाम में पर्यटक सुविधाएं बढ़ाने की घोषणा की।
हाथी के दांत खाने के या दिखाने के लिए
उत्तराखंड सरकार ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिया है कि राज्य में कोविड गाइडलाइंस को सख्ती से पालन करवाया जाए. आदेश में कहा गया है कि बिना मास्क के घूमने वाले लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाए.।
पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री का जनआर्शीवाद है या जनता को कोरोना फैलाने के लिए रैलियां निकाल रहे है। जिस तरह से प्रदेश के मुख्यमंत्री नैनीताल के वादियों में किस तरह से खुली गाड़ी में लोगों के भीड़ में बिना माक्स के हाथ जोड़कर निकाल रहे है। क्या इनके लिए कोई गाइडलाइन नहीं है इनकी रैली में दो गज की दूरी तो छोडिये कोई भी माक्स नहीं पहिने हुए नहीं है खुद सीएम धामी , प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के अलावा अन्य मंत्री व भाजपा नेता कोई माक्स नहीं लगाये हुए है । सरकार ने सांस्कृतिक मेले ,शादी ब्याह व क्षेत्रीय मेलों पर भीड़ जमा होने को लेकर पांबदी लगा रखी है क्या इनकी जनसभाओं व रैलियों में उमड़ी भीड़ के लिए कोई गाइड लाइन नहीं है।
अगर कोई आम आदमी बिना माक्स के अकेले सड़क पर चल रहा हो तो पुलिस माक्स न पहिनने के जुर्म में चालान कर देती है नैनीताल में कई पर्रूटकों से लेकर स्थानीय लोगों का चालान काटा क्योंकि वे वीवीआईपी नही थे तो क्या ये गाइड लाइन नियम कानून केवल गरीब ,आम व्यक्ति के लिए लागू होता है ये लोग तो अपनी कुर्सी बचाने के लिए सभी नियम कानून तोड़कर नैनीताल व पूरे पहाड़ में कोरोना बांटने व कोरोना चैन को आगे बढ़ाने के लिए नया खेल रहे है। इस मामले में स्थानीय मीडिया ने भी चुप्पी साधी हुई है।