कांग्रेस सांसद के घर मिला 150 करोड़ रुपये कैश
इतना सारा पैसा! गिनते-गिनते मशीन भी हुई खराब, ओडिशा में शराब बनाने वाली कंपनी में इनकम टैक्घ्स का छापा, जब्घ्त 150 करोड़ नकदी
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की है। ये छापेमारी अलग-अलग राज्यों हुई है। छापेमारी के दौरन आयकर विभाग की टीम को करोड़ों रुपये कैश मिला है। ओडिशा में आयकर विभाग की एक बड़ी कार्रवाई में 150 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई है जिसे देख अधिकारी तक सकते में आ गए। यह छापेमारी शराब बनाने वाली कंपनी बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड के कई डिवीजनों पर की गई। यह बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) की पार्टनरशिप फर्म है। इन पैसों को ट्रकों में लोड कर बैंक ले जाया गया।
नई दिल्ली। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल, आयकर विभाग की टीम ने कांग्रेस सांसद के ठिकानों पर छापमारी की है। छापेमारी के दौरान एजेंसी को इतना कैश मिला है कि उससे गिनने में दो से तीन दिन लग गए। कांग्रेस सांसद से मिले कैश के बाद विरोधी दलों के नेता उन पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं। उधर, पीएम मोदी ने भी इस छापेमारी को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा है।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट कर धीरज साहू पर टिप्पणी की है। अपनी पोस्ट में उन्होंने स्माइली इमोजी का भी इस्तेमाल किया है। पीएम ने कहा कि जनता से जो भी लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
पीएम ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा?
पीएम ने अपनी पोस्ट में लिखा है, देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के भाषणों को सुनें। जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
कहां हुई छापेमारी?
बता दें कि धीरज साहू शराब कारोबारी भी हैं। आयकर की टीम ने साहू से जुड़े तीन राज्यों के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में ओडिशा के बौध, बलांगीर, रायगढ़ा व संबलपुर के अलावा झारखंड के रांची व लोहरदगा व पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित ठिकाने शामिल हैं।
टैक्स चोरी का आरोप
कांग्रेस सांसद का ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है। साहू पर टैक्स चोरी का आरोप है। छापेमारी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के दफ्तर में की गई है। छापेमारी के दौरान आयकर अधिकारी भी हैरान रह गए थे। सांसद के ठिकानों से इतना कैश मिला कि उसे ले जाने के लिए ट्रक का सहारा लेना ड़ा था।