नालियों पर कब्जें,कैसे हो पानी की निकासी
कोई भी विभाग पहिले अतिक्रमण को पनपने देता है नेता लोग अपने वोट बैंक में हलचल न हो उन्हें पनपने देते है ,होहल्ला होता है अतिक्रमणकारीें कहता है जिस समय अतिक्रमण कर रहे थे उस समय विभाग व नगर प्रशासन के अधिकारी सोये रहते है ऐसे में फिर राजनीति शुरू हो जाती है ऐसे में फिर प्रशासन बेबश हो जाता है।
हल्द्वानी। लगातर मुशलाधर वारिश होने से लोगों के घरों में पानी घुस जाने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वही शहर में चारों तरफ से पानी की निकासी के लिए नाालियां बनी हुई है उन नालियों के ऊपर से व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने अतिक्रमण करके अब नालियों का नामों निशान नहीं है जिसे जलभराव से आमजन परेशान हैं वही नगरपालिका व लोक निमार्ण विभाग व शहर प्रशासन अतिक्रमाण को हटाने के लिए बेबश है। शहर में पानी की निकासी न हो पाने से बारिश का पानी सड़को में बहने से मार्ग तालाब में तब्दील हो जा रहे है।
कालाढंूगी मार्ग में मार्ग के दोनों किनारों में पानी की निकासी के लिए नांालियां बनी हुई हैं लेकिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने अपने प्रतिष्ठानों को आगे बढ़ाकर नालियों को पाटकर अतिक्रमण किए हुए है मजे की बात यह है कि लोक निमार्ण विभाग के अधिकारी ,नागरपालिका व स्थानीय प्रशासन सब कुछ दिख रहा है इन्हें मालूम है कि अतिक्रमण करके नालियां पाट दी गई है फिर भी कार्यवाही कर पाने की हिम्मत इनमें नहीं है । इसका शिकार आम लोग ही होते है जो बरसात में पैदल चलते हैं वहीं कई बार वाहनों में पानी घुस जाने से जाम हो जाते है। कई बार इसकी शिकायत लोगों ने स्थानीय प्रशासन से लेकर मंत्री जी के सामने रखी आखिर इन्होनें ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए ।
कालाढंूगी मार्ग इस अतिक्रमण का खामिजिया भुगत रहा है। कांलूसांई मंन्दिर से लेकर कुसुमखेड़ा चौराहे तक मार्ग में जलभराव रहता है जबकि यह मार्ग अब काफि व्यस्त भरा हुआ होता है। इस मार्ग से मंत्री से लेकर बड़े अधिकरी गुजरते है फिर भी उन्हें यह नजारा नहीं दिखाई देता हैं । बरसात में आम लोगों का चलना मुहाल हो गया हैं राजनैतिक दबाब के कारण कोई कुछ कर पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। अगर ऐसा ही रहेगा तो आने वाले समय में आधी सड़क पर अतिक्रमण हो जायेगा ।