कोरोना मेडिसिन विराफिन अब होगी दवाईयों की दुकान पर
फार्मास्युटिकल्स कंपनी जायडस कैडिला का दावा है कि उसकी कोरोना दवाई विराफिन मरीजों में ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत को कम करेगी
नई दिल्ली.। देश में हर दिन कोरोना वायरस के लाखों नए मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच दुनियाभर के वैज्ञानिक व विशेषज्ञ इससे निपटने के लिए नई-नई दवाइयां बना रहे हैं. अभी भी कई कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है. इसी कड़ी में फार्मास्युटिकल्स कंपनी जायडस कैडिला की कोरोना मेडिसिन विराफिन को कोरोना संक्रमण के मॉडरेट मामलों में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई है. अब जायडस कैडिला ने अपनी इस दवा की कीमत तय कर दी है. फार्मा कंपनी का दावा है कि उसकी कोविड-19 मेडिसिन इलाज के दौरान ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत को कम कर देती है.
देश के दवा नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 23 अप्रैल 2021 को कोरोना मेडिसिन विराफिन को सिंगल यूज थेरैपी के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है. जायडस कैडिला ने विराफिन की एक डोज की कीमत 11,995 रुपये तय की है. कंपनी ने विराफिन की आपूर्ति शुरू कर दी है. कंपनी का दावा है कि विराफिन को संक्रमण के मॉडरेट मामलों में इस्तेमाल किया जा सकता है. बता दें कि जब संक्रमित व्घ्यक्ति में वायरल लोड मॉडरेट और हाई के बीच होता है तो ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत तेजी से बढ़ती जाती है. कंपनी ने दावा किया है कि विराफिन के इस्तेमाल से मरीज में वायरल लोड कम होता जाएगा और ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत कम होती जाएगी.
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. शर्विल पटेल ने कहा कि विराफिन को सही समय पर दिया जाए तो ये तेजी से वायरल लोड को कम कर देती है. ये दवा ऐसे समय पर आई है, जब लोग इसकी बेहद जरूरत महसूस कर रहे हैं. हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों को लगातार ये दवा मुहैया कराते रहेंगे. जायडस कैडिला ने दावा किया है कि 91.15 फीसदी कोरोना मरीज से इलाज करने के 7वें दिन ही आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव हो गए थे. कंपनी ने कहा कि तीसरे चरण के ट्रायल में मॉडरेट वायरल लोड वाले ज्यादातर मरीज एक डोज देने के 7वें दिन ही पूरी तरह से ठीक हो गए थे. इस ट्रायल के नतीजों के आधार पर डीसीजीआई ने इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.