भारी हिमपात के कारण 15 घंटे बंद रहा थल-मुनस्यारी मार्ग, मंदिर में यात्रियों ने गुजारी रात एम
पिथौरागढ़ जिले के सीमांत क्षेत्रों में भारी हिमपात के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त रहा। उच्च हिमालय क्षेत्रों में बर्फीला तूफान चला तो मुनस्यारी में पारा माइनस में पहुंच गया। थल-मुनस्यारी मार्ग बंद होने के कारण यात्री रास्ते में फंसे रहे।
पिथौरागढ़ : सीमांत जिले में शनिवार सुबह से रविवार दोपहर मौसम का मिजाज लगातार बदलता रहा। भारी हिमपात से थल-मुनस्यारी मार्ग 15 घंटे बंद रहा। इस दौरान तीन वाहन और 16 लोग कालामुनि में फंसे रहे। सभी ने माइनस पांच डिग्री के बीच रात कालामुनि मंदिर में बिताई।
उच्च हिमालय में भारी हिमपात के चलते रविवार सुबह बर्फीला तूफान उठा। पंचाचूली से लेकर आसपास की चोटियों से तेज हवाओं के साथ बर्फ उड़ती रही। दोपहर बाद से ऊंची चोटियों में फिर हिमपात होने लगा। इधर, भारी हिमपात के चलते शनिवार की सायं आठ बजे के आसपास थल-मुनस्यारी मार्ग कालामुनि के पास बंद हो गया। यहां तीन वाहन फंस गए। तीन वाहनों में सवार मुनस्यारी जाने वाले 16 लोगों ने कालामुनि मंदिर में रात गुजारी। रविवार को बर्फ हटाए जाने के बाद दोपहर में मार्ग खुला और यात्री मुनस्यारी पहुंंचे।धारचूला में भी हिमपात से गर्बाधार-लिपुलेख व सोबला-दारमा मार्ग बंद है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग गाला से लेकर लिपुलेख तक बर्फ से ढका है। ज्योङ्क्षलगकोंग, गुंजी व लिपुलेख में चार से पांच फीट बर्फ गिरी है। मुनस्यारी, नामिक, बौना, तौमिक, क्वीरीजीमिया, बुई पातों, साईपोलू, दर गाला सहित दूरस्थ इलाकों में हिमपात से मार्ग बंद होने के कारण लोग परेशान हैं।