लाहुर घाटी में सांस्कृतिक मेले की धूम मची ,कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक कपकोट ने किया

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कपकोट विधान सभा क्षेत्र का कोई भी कोना विकास से वंंिचत नहीं रहे सरकारी योजनाएं हर व्यक्ति तक पहुंचे यही मेरी प्राथमिकता है,अगर सरकारी कार्यालय में कोई कार्य नहीं हो रहा है तो सीधे संपर्क करें – सरेश सिंह गढ़िया ,विधायक कपकोट

बागेश्वर । लाहुर घाटी सांस्कृतिक एवं उत्थान समिति हड़बाड़ में दो दिवसीय सांस्कृतिक मेले की धूम मची हुई है ।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कपकोट विधान सभा के विधायक सुरेश गढ़िया रहे उनके द्वारा इस सांस्कृतिक मेले का शुभांरभ किया इस सांस्कृतिक मेले में उत्तराखंड के अन्य जनपदों के कलाकरों की भागीदारी रही लाहुर घाटी सांस्कृतिक एवं उत्थान समिति के अध्यक्ष उमेद सिंह होलरिया ने कहा कि घाटी की पहचान के लिए जनपद स्तरीय कई मंचों में अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम किए,अब लाहुर घाटी की पहचान प्रदेश स्तर पर बन गई है।
आज घाटी के उत्थान मंच ने दो दिवसीय सांस्कृतिक मेले का कार्यक्रम राजकीय इंटर कालेज हड़बाड़ के खेल मैदान में किया जा रहा है। इस सांस्कृतिक मेले में अन्य जनपदों के कलाकारों की भागीदारी रही है ,इसके अलावा घाटी के उभरते हुए कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस सांस्कृतिक मेले में दूर दराज के महिलाएं ,बच्चें ,बुजुर्ग व युवा पहुंचे ,मेले का शुभांरभ कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया के हाथों हुआ । उन्होनें कहा कि ऐसे सांस्कृतिक मेले लगने से उभरते हुए कलाकरों को अपनी कला का प्रदर्शन कर बड़े मंचों में मौका मिलता है जिसे क्षेत्र का नाम रोशन होता है।
इस मौके पर विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया ने समिति को अपने विधायक कोटे से एक लाख रूपये देने की घोषणा की , कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं दृष्टिकोण को व्यापक बनाना ,विविधता के प्रति प्रशंसा को बढ़ावा मिलता है उनके सामाजिक और भावनात्मक विकास को बढ़ावा मिलता है। विधायक सुरेश गढ़िया ने मेले में आये सैंकड़ों लोगों को संबोधित किया कि अपने पर्यावरण को बचाना है तो जंगलों में आग न लगने दें ,उन्होनें कहा कि ये जंगल हमारे प्राण है अगर ये पेड़ -पौधें जंगल नहीं रहेगें तो हम भी नहीं रह पायेगें ।
इससे पहिले यह घाटी विकास से कोसों दूर रहने से यहां का विकास नहीं हो पाया , कई वर्षो से घाटी संचारविहीन रहा, अगर कोई बड़ी घटना हो जाती तो लोगों को बागेश्वर दौड़ना पड़ता था न सड़क न बिजली जबकि जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर है। आजतक किसी जनप्रतिनिधि से इस घाटी की सुध नहीं ली ।
अब युवा विधायक की नई सोच से इस घाटी के विकास के लिए प्रयासरत है, मोबाईल टांवर लगने से घाटी संचार से जुड़ गया है। अब यहां के लोग घर बैठे देश विदेश में मोबाईल से बात कर रहे है। बालीघाट – सलानी मोटर मार्ग का चौड़कीकरण की मंजूरी मिल गई है। बचींगांव के ग्रामीण मोटर मार्ग से अभी भी चंचित है । गांव में कोई गंभीर बीमार हो जाता है तो सड़क तक अभी भी डोली का सहारा लेने के लिए मजबूर है आज इस मौके पर विधायक सुरेश गढ़िया ने बचीगांव के लोगों की पीड़ा सुनी तो इसी मंच से बचीगांव तक मोटर मार्ग बनाने की घोषणा कर डाली ं। उन्होनें कहा कि हर गांव को विकास की मुख्य धारा में लाना है।
इस मौके पर समिति के अध्यक्ष उमेद सिंह होलरिया ,उपाध्यक्ष गोकुला नन्द ,सचिव ललित होलरिया ,मंत्री जगदीश सिंह गढ़िया कई पदाधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थिति रहे।

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