स्टेरॉयड के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर को नुकशान
कोरोना संक्रमित मरीजों को स्टेरॉयड द्वारा इलाज किया जाता हैलेकिन ज्यादातर स्टेरॉयड देने में जो सावधानी रखनी चाहिए इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं
दिल्ली । दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढता दिखाई दे रहा है। मरीजों की बढती संख्या के कारण अस्पतालों में ऑक्सिजन बेड और दवाओं की कमी पड रही है। समय रहते इलाज न होने से मरीजों की मौत हो रही है। इसलिए डॉक्टर कोरोना मरीजों को सेल्फ आइसोलेशन में अपना इलाज करने की सलाह दे रहे है। लेकिन कुछ मरीज जल्दी ठीक होने के लिए स्टेरॉयड दवाईंयों का इस्तेमाल करते दिखाई देते है। कोरोना संक्रमित मरीजों को स्टेरॉयड द्वारा इलाज किया जाता है। लेकिन स्टेरॉयड देने में जो सावधानी रखनी चाहिए उसका ध्यान नहीं दिया जाता है।
नतीजा ये होता है कि मरीज ठीक होने की बजाय दूसरी बीमारी से ग्रसित हो जाता है।विशेषज्ञ डॉक्टरों के मुताबित, स्टेरॉयड का इस्तेमाल अब भी पहले जैसा ही हो रहा है। यह समझना होगा कि ये जान बचाते हैं मगर साइडइफेक्ट भी देते हैं। स्टेरॉयड शरीर में कुदरती भी बनते हैं। जब भी संकट होता है ये ब्लड में बढ़ जाते हैं और लड़ने में मदद करते हैं क्योंकि हमें उस वक्त ज्यादा एनर्जी चाहिए होती है। ऐसे में लड़ने के लिए यह शरीर को जरूरी मजबूती देते हैं मगर बदले में इम्यून रेस्पॉन्स को कम कर सकते हैं जो खतरनाक है।
यही वजह है कि संक्रमण के पहले 5-7 दिन इन्हें नहीं लेना चाहिए क्योंकि इस वक्त शरीर विषाणू से लड़ रहा होता है, स्टेरॉयड इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं। संक्रमण के दूसरे चरण में जब शरीर में इन्फ्लेमेशन शुरू हो चुका होता है, उस वक्त बढ़े इम्यून रेस्पॉन्स को कम करने के लिए स्टेरॉयड दिए जा सकते हैं।
शरीर में क्या करता है स्टेरॉयड?
स्टेरॉयड इन्फ्लेमेशन (सूजन) को कंट्रोल करने का काम करता है। लेकिन, यह खासकर डायबीटिज मरीजों में शुगर लेवल को बढा देता है। ऐसे में समय पर यह कंट्रोल नहीं किया गया तो शरीर की इम्युनिटी पर असर पडता है, जिससे म्युकोर्मिकोसिस यानी ब्लैक फंगस का खतरा बढ जाता है।जिन मरीजों में शुगर अनियंत्रित है और कोरोना के इलाज के दौरान उन्होंने स्टेरॉयड लिया है तो ऐसे लोगों में ब्लैक फंगस का खतरा बढ जाता है।
जो भी मरीज कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन पर रहे हैं, इसके अलावा जिन मरीजों को सांस से जुडी बीमारी रही है उनमें ये समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है।
कोरोना के दौरान स्टेरॉयड की हाई डोज लेने वाले लोगों को भी ब्लैक फंगस का खतरा रहता है।