डीडीहाट जिला बनाओं संघर्ष समिति बैनर तले 12वें दिन भी आमरण अनशन जारी
आज कांग्रेसी भाजपा को कोस रहे है जब कंाग्रेस की सरकार थी तब कांग्रेस ने जिले की घोषणा क्यों नहीं की । आज काग्रेस सत्ता में नहीं है तो जिले की मांग को भुना रहे है।काग्रेस ने आपने कार्यकाल में कया किया इसे भी जनता देख रही है। देखा जाय तो प्रदेश के हित की बात न काग्रेस करती है न भाजपा केवल अपने हित की बात करते है ।
डीडीहाट(पिथौरागढ़)। जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा आमरण अनशन 12वें दिन भी जारी रहा। शरीर के कमजोर पड़ने के बाद भी आंदोलनकारी जिस तरह से अनशन पर बैठे हैं उससे अन्य लोगों के हौसले बुलंद हो रहे हैं और कहीं न कहीं इससे आंदोलन मजबूत होता जा रहा है। सरकार ने इन आन्दोलनकारियों की कोई सुध नहीं ली । इससे आने वाले विधान सभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को झटका लग सकता है।
रामलीला मैदान में एक अक्तूबर से आमरण अनशन में बैठे अनशनकारियों की सुध लेने के लिए अभी तक कोई भी सरकार का नुमाइंदा नहीं पहुंचा है। इससे आंदोलनकारियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने अब तक चार आमरण अनशनकारियों को अनशन स्थल से उठा लिया है। एक अनशनकारी के उठते ही दूसरा अनशनकारी आमरण अनशन में बैठ रहा है। जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक लवि कफलिया ने कहा कि सरकार के पास अपनी ही घोषणा को पूरा करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति नहीं है। वहां दान सिंह कन्याल, खड़क सिंह बोरा, राजेंद्र बोरा, सौरभ साह, गोविंद कन्याल, मोहन सिंह मर्ताेलिया आदि थे।
कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बोरा ने कहा कि डीडीहाट जिले की मांग 1960 से उठती रही है। उन्होंने भाजपा पर डीडीहाट जिले के मुद्दे को फुटबॉल बनाकर खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने डीडीहाट सहित चारों जिलों के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है।