बागेश्वर जनपद में एम्स खोलने की मांग फिर जगी
बागेश्वर जनपद में एम्स खुलने की बात तो दूर, पहिले यहां के सरकारी अस्पताल ठीक ढंग से चल जाय वही बेहतर है ,जनता की मांग है अच्छी बात है – बलवंत सिंह र्भौर्याल ,विधायक कपकोट
जनता की मांग है बहुत अच्छी बात है ,मांगना और उसे हासिल करना काफि अंतर है। अगर एम्स खुल जाय तो यहां की जनता के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी – चन्दन राम दास ,विधायक ,बागेश्वर विधान सभा क्षेत्र
बागेश्वर । वर्तमान में पूरा पर्वतीय क्षेत्रों कोरोना महामारी के चपेट में है व गंभीर हालत में मरीज को तुरन्त ईलाज की आवश्यकता होेती है उस लिहाज से यहां पर चिकित्सा सुविधाएं नगण्य है जिसे मरीज चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में अपनी जिन्दगी गवां दे रहे है। पर्वतीय क्षेत्र की जनता ने अब बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार से एम्स खोलने की मांग की है जिसे लोगों की जान बच सकें । इसी मांग को लेकर आज बागेश्वर जनपद के दुर्गम तहसील कपकोट के युवाओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सीघ्र एम्स खोलने की मांग की है।
यहां बृहस्पतिवार को सीमांत तहसील के जुझारू युवाओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के सीएम तीरथ सिंह रावत के नाम ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में कहा गया है कि बागेश्वर जनपद में सीघ्र एम्स खोला जाय ताकि यहां की जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके आज भी पर्वर्तीय क्षेत्र की जनता चिकित्सा के लिए मैदानी क्षेत्र के अस्पतालों पर निर्भर है । गंभीर रूप से मरीज को बागेश्वर से हल्द्वानी ,बरेली पहुंचने से पहिले आधे रास्ते में दम तोड़ देते है। गजेन्द्र सिंह कपकोटी समाजसेवी का कहना है कि अगर जनपद में ही कहीं पर भी एम्स खुल जाने से कई लोगों की जान बच सकती है अभी कोविड महामारी ने पूरे पहाड़ को अपने चपेट में ले लिया ं गंभीर कोरोना मरीज चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध न मिल पाने से कई अकाल मृत्यु हो रही है।
उन्होने ज्ञापन में लिखा है कि सीएम तीरथ सिंह रावत विगत दिनों केंद्रीय प्रवास (दिल्ली )के दौरान मुख्यमंत्री कुमाऊं मंडल में एम्स की स्थापना के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री डॉ हर्षवर्धन से बात की है एवं उन्होंने भी अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है ।हम सभी कुमाऊं मंडल वासियों की ओर से इस दूरदर्शी सकारात्मक पहल के लिए मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होनें ज्ञापन में यह भी लिखा है कि बागेश्वर में एम्स खुलने से चमोली गढ़वाल ,पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा जनपद का आधे क्षेत्र का केन्द्र है जिसे हजारों लोगों को मैदानी क्षेत्र का मुंह नहीं देखना पड़ेगा ,जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर है वे मैदानी क्षेत्र के अस्पतालों में ईलाज करवाने में असमर्थ रहते है वे यही के सुविधाहीन अस्पतालों के भरोसे रहते है वे अपना ईलाज नहीं कर पाते है। क्योंकि यहां के अस्तालों में बेहतर चिकित्सकीय उपकरण नहीं है न ही स्पेलिस्ट । आखिर ऐसे में यहां पर एम्स की मांग जायज है। इसे प्रदेश के सीएम भी स्वीकार कर रहे है कि यहां की जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए ं सीएम तीरथ सिंह ने कहा कि बागेश्वर में एम्स के लिए पुनः केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात करेगें कि सीघ्र ही बागेश्वर में एम्स की स्वीकृति दें ।