धामी ने पुलिस भर्ती में जिला वार कोटा किया समाप्त , उक्रांद करेगी आंदोलन
पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं के हित प्रभावित होंगे। पर्वतीय क्षेत्र के जो युवा फिजीकल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वह लिखित परीक्षा में मैदानी क्षेत्रों के अभ्यर्थियों से पिछड़ सकते हैं। पहाड़ के युवाओं को पढ़ाई कोचिंग की वह सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं जो मैदानी क्षेत्रों में हैं। पहाड़ विरोधी सरकार है ।
अल्माेड़ा: उत्तराखंड क्रांति दल ने पुलिस भर्ती में पूर्व की भांति जिला वार कोटा निर्धारित करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को मजबूर होना पड़ेगा। सोमवार को गांधी पार्क पर उक्रांद कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ धरना देकर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार युवा बेरोजगारों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। पूर्व में पुलिस भर्ती में जिलावार कोटा निर्धारित हुआ करता था। उत्तर प्रदेश के समय से यह व्यवस्था थी। लेकिन इस बार भाजपा सरकार ने व्यवस्था को बदलकर राज्य पर पर भर्ती प्रक्रिया शुरु की है।
जिसके चलते पर्वतीय क्षेत्र के युवाओं के हित प्रभावित होंगे। पर्वतीय क्षेत्र के जो युवा फिजीकल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वह लिखित परीक्षा में मैदानी क्षेत्रों के अभ्यर्थियों से पिछड़ सकते हैं। पहाड़ के युवाओं को पढ़ाई कोचिंग की वह सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं जो मैदानी क्षेत्रों में हैं।