डायबिटीज के मरीज भी उठा सकते हैं आम का लुत्फ, बस गिनती इतनी ही रखें
आम को इस्तमाल करने से पहले 20 मिनिट तक पानी में डालकर रखें, एसिडिटी नहीं करेगा और केमिकल्स वगैरह इसकी स्किन पर हों तो निकल जाएंगे।
भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है, हर घर में कोई न कोई ऐसा मिल ही जाएगा जिसे डायबिटीज है। आपके परिवार में कोई डायबेटिक है तो आपके घर में भी आम के नाम से दहशत होती होगी, क्योंकि हमने सुना है कि आम खाने से शुगर लेवल बढ़ जाएगा, आम डायबिटीज के रोगियों के लिए ज़हर है। लेकिन आम जहर तभी होता है शुगर पेशेंट्स के लिए अगर वो अति कर दें खाने की, साइंटिस्ट और हर्बल मेडिसिन एक्सपर्ट दीपक आचार्य के मुताबिक अगर शुगर पेशेंट्स लिमिट में आम खाएं तो इसके फायदे और टेस्ट का लुत्फ उठा सकते हैं डायबिटीज पेशेंट्स।
डायबिटीज के मरीज एक दिन में खा सकते हैं इतने आम
आम में बेशक नेचरल शुगर होती है और ये नेचरल शुगर बाकी अन्य फलों की तुलना में ज्यादा ही होती है। करीब 150 ग्राम आम में 25 ग्राम तक नेचरल शुगर…तो क्या ये किसी डायबेटिक के शुगर लेवल को बढ़ा देगी? कोई रिसर्च नहीं है, कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन कह दिया जाता है कि डायबिटीज के मरीज आम नहीं खा सकेत हैं। जबकि 150 ग्राम पके आम से दिनभर का 70% तक विटामिन C मिल जाता है और रिसर्च बताती हैं कि विटामिन C और केरेटिनोइड्स (जो पके आम में खूब होते हैं) डायबिटीज होने की संभावनाओं को कम कर देते हैं। यानी कि आप 150 ग्राम आम का पल्प बगैर चिंता के हर दिन खा सकते हैं। 150 ग्राम पल्प यानी मध्यम आकार के 4 आम।