जिला पंचायत बागेश्वर भ्रष्टाचार का गढ़ बना ,चेहतों को बिना काम के ही भुगतान जारी:ऐंठानी
बागेश्वर। ग्रामीण जनता अधिकतर ब्लाक स्तर की योजनाओं के बारे में जानकारी होती है ,जिला पंचायत में क्या योजनाएं गांव के विकास के लिए चलाई जा रही है मालूम नहीं होता जिसका फायदा जिला पंचायत अध्यक्ष के खास सदस्य या फिर सत्ता में जिसकी सरकार होती है वे ही सदस्य फायदा लेते है। उन्हीं को ज्यादा कार्य मिलता है।
वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष केवल अपने ही लोागें को काम देने की बात को लेकर अन्य सदस्य गुस्से में है । गुस्सायें सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया है कि बिना काम के ही चेहतों को भुगतान किया जा रहा है जो जनता के धन का दुरूपयोग है। इसी को लेकर जिला पंचायत सदस्य जिला पंचायत परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है, साथ ही अनियमितताओं की जांच की मांग उठायी है।
यहां मंगलवार को जिला पंचायत सदस्य जिला पंचायत परिसर पहुंचे और नारेबाजी के साथ धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष विकास कार्यो निर्णय अपने विवेक से न लेकर रिमोर्ट कंट्रोल दूसरे हाथों में है हरीश ऐंठानी ने कहा कि यह पहली बार जिपं के इतिहास में सदस्यों का विरोध सदन से सड़क पर आया है। अपने समर्थकों को भुगतान किया जा रहा है। योजनाएं भुगतान के बाद व पहिले धरातल पर कोई कार्य नहीं दिखाई दे रहा है। उन्होनेें पिडर पुल से डोला तक सड़क का निर्माण का हवाला दिया कहा वह चलने लायक तक नहीं है। फिर सड़क के लिए तीन लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। अपर मुख्य अधिकारी ने तीन दिन का समय दिया था। लेकिन वह भी अब नदारद हैं। जिपं सदस्य गोपा धपोला ने कहा कि सदन में 20 प्रतिशत विवेकाधीन कोष की बात हुई थी। फिर 30 प्रतिशत अधिक कर दिया गया और पांच प्रतिशत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में व्यय किया जा रहा है। जिपं अध्यक्ष बजट का 55 फीसद अपने पास रख रहे हैं। जिससे विकास कार्य प्रभावित हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिपं की अनियमितताओं की जांच होनी चाहिए और सभी सदस्यों को समान रूप से सम्मान मिलना चाहिए। इस दौरान जिपंस रूपा कोरंगा, सुरेंद्र खेतवाल, पूजा देवी, वंदन ऐठानी, इंद्रा परिहार, रेखा देवी, जिपंउ नवीन परिहार, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, गिरीश कोरंगा आदि मौजूद थे।