कांडा कमस्यार महोत्सव की धूम मची

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कांडा कमस्यार लोक कलाकारों का गढ़ माना जाता है। यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए दूर -दराज के लोग आते है । यहां के लोक कलाकार में चाचरी ,झोंडे व कुमॉऊनी लोक गीतों का भंडार है इसी लिए इसे रंगीलो कमस्यार भी कहा जाता है। इस मौके पर भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने लोक कलाकारों का उत्साह बढ़ाया व सरकार से दी जाने वाली आर्थिक सहायता के लिए भरसक प्रयास करेगें ।

कांडा (बागेश्वर)। कमस्यार महोत्सव का रंगारंग समापन हो गया है। समापन दिवस लोक कलाकारों ने पूरे कार्यक्रम स्थल को अपनी सुरीली आवाज के धुन में रंग दिया तेरो लहंगा क्या भल छाजी रौ, रंगील पिछोड़ी, आखों में लगा ले काजला.. में दर्शक देर तक झूमते रहे।
इंटर कालेज देवतोली में शनिवार को सुरेश गढ़िया ने कहा कि कार्यक्रम संस्कृति संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा। इसके बाद मंच पर लोक गायक प्रहलाद मेहरा ने चांद बटन दाज्यू कुर्ती कालर मा, पहाड़ैकि चेलिले कभै नि खाया द्वि रवाटा सुखलै, चंदना मेरो पहाड़ आए.. गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद स्टार कलाकार इंदर आर्या ने अपना प्रसिद्ध गीत, तेरो लहंगा के भलो छाजि रौ.. से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद माडल कुमाऊं मेरो समेत नान स्टाप गीत गाए। लोगों की फरमाइश पर उसने, बोल हीरा बोल, दिल की बात खोल, क्या छ तेरो मन में.. आदि गीत गाए।
इस मौके पर सुरेश गड़िया, उपाध्यक्ष राजेंद्र रौतेला, सचिव दीपक रौतेला, कोषाध्यक्ष हरीश डसीला, पंकज डसीला, पूर्व जिपं अध्यक्ष हरीश ऐठानी, राजेंद्र टंगड़िया,जिपं सदस्य गोपा धपोला, सोहन सिंह माजिला, उमेद सिंह माजिला, गोविद भंडारी, दिलीप खेतवाल आदि मौजूद थे।

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