ईडी हरक सिंह रावत प्रकरण को अंजाम तक पहुंचाने में जुट गई
देहरादून। पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति रावत और करीबी लक्ष्मी राणा के ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के तीखे सवालों का सामना करने के बाद हरक के पुत्र तुषित रावत को इसी तरह के सवालों का सामना करना पड़ा। ईडी ने तुषित को भी तलब किया था।
वह शुक्रवार को ईडी अफसरों के समक्ष पेश हुए। जहां उनसे करीब आठ घंटे पूछताछ की गई। ईडी के इस रुख के बाद यह लग रहा है कि अधिकारी हरक सिंह से जुड़े जमीन फर्जीवाड़े से लेकर कार्बेट टाइगर रिजर्व में पेड़ों के अवैध कटान के मामले में जांच तेज कर चुकी है।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत के करीबी बीरेंद्र सिंह कंडारी और नरेंद्र कुमार वालिया ने हरक सिंह रावत के साथ आपराधिक साजिश करते हुए एक जमीन की दो पावर आफ अटार्नी पंजीकृत कराईं। हालांकि, कोर्ट ने संबंधित भूमि के विक्रय विलेख रद कर दिए थे।
बावजूद इसके, भूमि को अवैध रूप से हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति रावत और उनकी करीबी लक्ष्मी राणा को बेचा जाना दिखाया गया। जिस भूमि पर श्रीमती पूर्णा देवी मेमोरियल ट्रस्ट के तहत दून इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस का निर्माण किया गया।