कृषि कानूनों के विरोध में आज मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत, कई राज्यों से जुटेंगे किसान
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में 5 सितंबर, रविवार को किसान महापंचायत आयोजित की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने शनिवार को ही अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए इसकी जानकारी दी और अधिक से अधिक लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की। बीते नौ महीनों से किसान दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार को भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बल्कि मोदी सरकार कहा जाए तो बेहतर होगा। इस सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानून किसानों के हक में नहीं है। यह कानून पूरी तरह से देश को विदेशी हाथों में सौंपने की तैयारी है।
मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज आयोजित हो रहे किसान महापंचायत में देशभर के हजारों किसान जुटेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा की
इस महापंचायत पर केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ विपक्षी दलों की भी भी नजर रहेगी। महापंचाय में आने वाले किसानों के स्वागत के लिए यूपी गेट से मुजफ्फरनगर तक के रास्ते में पूरे इंतजाम किए गए हैं/ खाने तथा जलपान के करीब 600 भण्डारे लंगर की व्यवस्था की गई है। साथ ही चिकित्सा सुविधा हेतु 20-25 मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं। साथ ही यह भी ध्यान रखा गया है कि इस गैर राजनीतिक राष्ट्रीय महापंचायत में कोई भी राजनीतिक दल का नेता संबोधित न करें।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित होने वाले इस महापंचायत में देशभर के किसान संगठनों के जुटने की संभावना है। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश के संगठन प्रमुख रूप से शामिल होंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले इस महापंचायत में पंजाब व हरियाणा के किसान संगठनों के नेता हजारों किसानों के साथ शामिल होंगे।(एएनआई)