35 करोड़ की लागत से बना फेब्रिकेडेट कोविड हॉस्पिटल की गुणवता की पोल एक ही बारिश ने खोल दी

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अस्पताल में ये हैं सुविधाएं
500 बेड के अस्पताल में 375 आक्सीजनयुक्त बेड व 125 आईसीयू बेड हैं, जिसमें बच्चों के 40 बेड भी शामिल हैं। अस्पताल में 24 घंटे हाईफ्लो ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। इसके लिए अस्पताल में 20 किलोलीटर के दो मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। पूरे अस्पताल में एयर कंडीशनर के साथ हीटिंग की सुविधा है। अस्पताल में पैथोलॉजी, फार्मेसी, एंबुलेंस, एक्सरे व ईसीजी सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल में 24 घंटे के लिए हाई क्वालिटी इलेक्ट्रिकल डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक बेड में ऑक्सीजन के लिए पाइपलाइन की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में कंट्रोल रूम के साथ ही वाईफाई, सीसीटीवी व फायर डेटिकेशन एंड अलार्म सिस्टम की व्यवस्था की गई है। साथ ही फायर हाइड्रेंट व फायर फाइटिंग सिलेंडर की व्यवस्था है।

हल्द्वानी । राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में 35 करोड़ की लागत से बना फेब्रिकेडेट कोविड हॉस्पिटल शुरू होने के चौथेे दिन ही तेज बारिश से चार स्थानों पर छत टपकने लगीं। गैलरी में तमाम जगह पर पानी टपक रहा था। अस्पताल के टॉयलेट में पानी टपकने से मरीजों व कार्मिकों को परेशानी हुई। ऑक्सीजन पाइप लाइन भी पानी में डूब गई। यही हालात रहे तो ज्यादा बारिश होने पर अस्पताल के सारे वार्डों में पानी घुस सकता है। वर्तमान में अस्पताल में सिर्फ 12 मरीज भर्ती हैं। डीआरडीओ ने 35 करोड़ की लागत से जनरल बीसी जोशी कोविड हॉस्पिटल का रिकॉर्ड 21 दिनों में निर्माण पूरा किया है। इसमें फेब्रिकेटेड अस्पताल के बेस, सड़कें, बिजली व पानी की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गई। कम समय में ही अस्पताल का निर्माण पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस अस्पताल का बीती दो जून को वर्चुअल लोकार्पण किया था, जबकि नौ जून को अस्पताल मरीजों के लिए खोल दिया गया था। अस्पताल के लोकार्पण के समय डीआरडीओ की तारीफों के पुल बांधें गए ,अब डीआरडी के अधिकारियों का असली चेहरा बारिश ने सामने ला दिया। अभी बरसात का सीजन शुरू हुआ नहीं ं अगर लगातार बारिश रहेगी तो क्या हाल होगें ।

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