कागजों में सड़क बनाने वाले छह जेई के पांच इंक्रीमेंट रोके, 23 लाख रुपये की होगी रिकवरी, अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता बर्खास्त

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बस्ती में सड़कों के निर्माण में हुए घोटाले में छह अवर अभियंताओं पर गाज गिरी है। उनके पांच इंक्रीमेंट रोक दिए गए हैं और अब कभी भी उनका प्रमोशन नहीं होगा।

लखनऊ । बस्ती में कागजों में सड़क बनाने वाले छह अवर अभियंताओं (जेई) को बड़ा दंड दिया गया है। उनकी पांच वेतन वृद्धियां स्थायी रूप से रोक दी गई हैं। जबकि, इनमें से प्रत्येक जेई से 1-9 लाख रुपये तक की रिकवरी भी होगी। वर्तमान में यह जेई बस्ती से बाहर अलग-अलग जिलों में तैनात हैं।
पीडब्ल्यूडी में वर्ष 2017-18 में बस्ती में 300 सड़कों के निर्माण में बड़ा घपला हुआ था, जिसका खुलासा अमर उजाला ने किया था। दरअसल मौके पर काम कराए बिना राशि खर्च दिखा दी गई थी। इनमें से कई सड़कें तो ऐसी थीं, जो शासन से स्वीकृत नहीं थीं। जांच हुई तो कुल 44 करोड़ रुपये का घपला निकला।
जांच में वहां तैनात रहे तत्कालीन जेई जितेंद्र कुमार विश्वकर्मा, राम चंद्र वर्मा, कृष्ण कुमार राय, राज कुमार यादव, काजू प्रसाद और प्रवीण कुमार श्रीवास्तव दोषी मिले। इन्हें परिनिंदित करते हुए 5 वेतन वृद्धियां स्थायी रूप से रोक दी गई हैं। इससे भविष्य में उन्हें कभी भी कोई प्रमोशन नहीं मिल सकेगा। इतना ही नहीं नुकसान की भरपाई की वसूली भी इन अवर अभियंताओं से करने का आदेश दिया गया है।
यहां बता दें कि इस मामले में एक अधिशासी अभियंता और दो सहायक अभियंता पहले ही बर्खास्त किए जा चुके हैं। हालांकि, अभी तक गलत ढंग से अपने खातों में भुगतान लेने वाले ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बताते हैं कि उन्हें पीडब्ल्यूडी के ही कुछ अधिकारी बचा रहे हैं।

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