रेड अलर्ट जारी होने के बाद भी सरकार व्यवस्थाएं नहीं जुटा पाईं- प्रीतम सिंह

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नैनीताल। प्रदेश में 24 घंटे पहले ही आपदा का रेड अलर्ट जारी होने के बाद भी सरकार व्यवस्थाएं नहीं जुटा पाईं। सरकार का आपदा प्रबंधन तंत्र बिल्कुल असफल रहा। आपदा के बाद भी सरकार गहरी नींद में सोई रही। गृह मंत्री अमित शाह ने हवाई दौरा कर राहत पैकेज की घोषणा नहीं की। आगामी चुनाव में भाजपा सरकार को जनता करारा जवाब देगी। शनिवार को नैनीताल पहुंचे नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने नैनीताल में पत्रकार वार्ता की।कहा कि बारिश से पूरे प्रदेश में नुकसान हुआ है। अलर्ट जारी होने पर भी सरकार ने नदी-नालों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया। आपदा प्रबंधन में डबल इंजन सरकार फेल नजर आई। कहा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब भी लोग फंसे हुए हैं। सड़क टूटने से कहीं आवाजाही बंद है तो कुछ क्षेत्रों में बिजली गुल है। उन्होंने आपदा में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को मुआवजा और नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक मदद करने की मांग की। वहीं, यशपाल आर्य, संजीव आर्य की घर वापसी के बाद अन्य भाजपा नेताओं के कांग्रेस के संपर्क में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं हैं। हालांकि राजनीति के क्षेत्र में किसी के लिए कभी दरवाजे बंद नहीं होते हैं।

इस दौरान कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत, पूर्व सांसद महेंद्र पाल, पूर्व विधायक सरिता आर्या, पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया आदि मौजूद थे। वहीं, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शनिवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र खैरना और गरमपानी का निरीक्षण किया। उन्होंने बाजार का दौरा कर आपदा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। उसके बाद तहसील के हॉल में एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट, तहसीलदार बरखा जलाल और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने फोन पर एनएच के अधिकारियों से वार्ता की। कहा कि जगह-जगह कलमठ बंद होने से पानी घरों में घुसने से लोगों का काफी नुकसान हुआ है। कहा कि मुख्यमंत्री से आपदा प्रभावित लोगों को 2013 की तर्ज पर मुआवजा देने की मांग करेंगे।

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