टिहरी में तबाही का कहर बरपा, ग्रामीणों ने भय से छोड़े अपने आशियाने

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उत्तरकाशी बारिश पहाड़ों से लेकर मैदान तक आफत बनकर टूट रही है। मंगलवार रात से जारी बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। सड़कें मलबे से पटी हैं। जबकि कई घरों में पानी घुसने से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया। प्रदेश में कई जगह सड़कें बंद होने से आवाजाही भी ठप हो गई है। केदारनाथ हाईवे सुचारू है, लेकिन बदरीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ में बंद है। वहीं यमुनोत्री हाईवे को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। 

दूसरी ओर जौनपुर ब्लॉक के अगलाड़-थत्यूड़ मोटर मार्ग पर करखेत के समीप एक कार के ऊपर पत्थर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हो गए। गाड़ी में सवार सभी स्थानीय लोग थे। वहीं उत्तरकाशी नौगांव में मंगलवार रात को हुई तेज बारिश से सौली खड्ड और देवलसारी खड्ड में आए पानी और मलबे से भारी नुकसान हुआ है।  सौली खड्ड के उफान में एक बाइक बह गई। जबकि एक पिकअप मलबे में दब गई। यहां नगर पंचायत के दो शौचालय भी बह गए। वहीं देवलसारी खड्ड के उफान में एक पिकअप, मिक्सचर मशीन और हैंडपंप मलबे में दब गया।

उत्तरकाशी में बरसाती गदेरे उफान पर आने से कृषि भूमि का कटाव हुआ है। मलबा आने से मोरी त्यणी, मोरी नैटवाड सांकरी,आराकोट चीवा मोटर मार्ग पर यातायात अवरुद्ध है। तहसीलदार चमन सिंह ने बताया कि इन मार्गों से मलबा हटाने का कार्य गतिमान है।

श्रीनगर में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे बदरीनाथ हाईवे अलग-अलग जगहों पर अवरुद्ध है। श्रीनगर से सात किलोमीटर रुद्रप्रयाग की ओर चमधार में मलबा आने से हाईवे बंद हो गया।वाहनों को श्रीनगर से खिर्सू -खेडाखाल मोटर मार्ग पर डाइवर्ट किया गया है
 

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