झमाझम बारिश से मैदान में गर्मी से राहत

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उत्तराखंड के कई पर्वतीय जिलों के अलावा मैदान क्षेत्र में झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जबकि, मैदानी इलाकों में उमस भरी गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।

उत्तराखंड के मैदानी इलाकाें में लोगों को दिन में गर्मी व उमस ने बहुत परेशन किया। हालांकि, प्रदेश के पर्वतीय जिलों मे बारिश से लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली। देहरादून, रुद्रपुर, रुड़की, हरिद्वार, विकासनगर, ऋषिकेश आदि मैदानी इलाकों में उमस भरी गर्मी ने लाेगाें के पसीने छुड़ा दिए। जबकि, मसूरी, अल्मोड़ा, चमोली, नैनीताल, चंपावत में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

कुमाऊं के पहाड़ी इलाकों में सोमवार को झमाझम बारिश हुई। जबकि मैदानी क्षेत्र में लोगों को गर्मी से राहत के लिए बारिश का इंतजार है। हल्द्वानी में बीते दिवस से सोमवार को अधिक गर्मी महसूस की गई। यहां न्यूनतम और अधिकतम तापमान में करीब दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हल्द्वानी में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पारा 28 डिग्री सेल्सियस रहा।

जबकि रविवार को यहां अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम 26.4 डिग्री सेल्सियस था। नैनीताल में रविवार रात से सोमवार सुबह तक करीब चार घंटे में 134 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश से नैनीझील का जलस्तर भी करीब एक फुट तक बढ़ गया है। वहीं जिले के मुक्तेश्वर में 14 मिमी तो धारी में 15 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

मुक्तेश्वर में लगातार तीन दिनों से बारिश हो रही है। उधर, चम्पावत में तड़के से हुई तेज बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। बारिश से लोगों को दिक्क्ततों का सामना करना पड़ा। चम्पावत में 54 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। चम्पावत के धौन-अमोड़ी के बीच पहाड़ी से गिरे रहे पत्थरों से राष्ट्रीय राजमार्ग दो घंटे बंद रहा। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उधर, पिथौरागढ़ जिले में भी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। बारिश के बीच कपकोट मोटर मार्ग पर हरसिला के समीप पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आ गया। भूस्खलन की चपेट में आने से दो बाइक सवार बाल-बाल बचे। उन्होंने बाइक छोड़कर जान बचाई। जिले के कपकोट में बीते रविवार रात से सोमवार सुबह तक 63 मिमी बारिश हुई। कपकोट तहसील क्षेत्र में बारिश के कारण दो मार्गों पर यातायात बंद हो गया है।

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