उच्च हिमालयी क्षेत्रवासियों के लिए हेलीकॉंप्टर सेवा संजीवनी साबित हो रही है

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पिथैैरागढ़ । आपदा प्रभावित उच्च हिमालय में हेलीकॉप्टर रोगियों के लिए मददगार साबित हो रहा है। व्यास घाटी के नपलच्यु गांव में अचानक बीमार पड़े युवक को खराब मौसम के बाद भी हेलीकॉप्टर से धारचूला पहुंचाया गया। तीन बार उड़ान भरने के बाद पायलट ने गुंजी में हेलीकॉप्टर उतार कर रोगी को धारचूला तक पहुंचाया। इसके अलावा दारमा के बौन गांव में बीमार पड़ी महिला को भी धारचूला लाया गया।
स्थानीय प्रशासन को बौन गांव में एक युवती के अत्यधिक रक्तस्राव होने से तबीयत खराब होने की सूचना मिली। ग्राम प्रधान सपना व सामाजिक कार्यकर्ता आरविंद बोनाल ने एसडीएम को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीएम एके शुक्ला ने तत्काल हेलीकॉप्टर को बौन भेजा। जहां से बीमार महिला को धारचूला लाया गया। बीमार महिला को 108 वाहन से सीएचसी धारचूला पहुंचाया गया। युवती को प्राथमिक उपचार के बाद सामान्य होने पर स्वजनों ने राहत की सांस ली है। युवती का उपचार चल रहा है।
बुधवार सायं पांच बजे व्यास घाटी के नपलच्यु गांव में एक 30 वर्षीय युवक के अचानक बीमार पड़ने की सूचना मिली। सूचना के अनुसार मनोज नपलच्याल 30 वर्ष की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे सेना के गुंजी अस्पताल में भर्ती किया गया जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार प्रारंभ कर दिया और साथ ही धारचूला के सेना अस्पताल को भी हेलीपैड पर एंबुलेंस मौजूद रखने की सूचना दी। एसडीएम ने हेलीकॉप्टर को गुंजी भेजा। हेलीकॉप्टर से मरीज को धारचूला लाया गया। साथ में रोगी की देखभाल के लिए सेना का एक जवान भी आया। धारचूला के सेना अस्पताल में रोगी का इलाज चल रहा है। उसके स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा है। रोगी की पत्नी रीना ने तत्काल सहायता के लिए सेना और प्रशासन का आभार जताया है।

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