बर्फ के चादर से ढका हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर
जहां पूरे देश में गर्मी ने अपनी दस्तक दे दी है। लोग गर्मी से परेशान हैं। ऐसे दौर में श्री हेमकुंड साहिब में सात फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर बर्फ के आगोश में समाया हुआ है।
चमोली। जहां पूरे देश में गर्मी ने अपनी दस्तक दे दी है। लोग गर्मी से परेशान हैं। ऐसे दौर में श्री हेमकुंड साहिब में सात फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर बर्फ के आगोश में समाया हुआ है। हेमकुंड सरोवर का पानी भी बर्फ बना हुआ है।
श्री हेमकुंड साहिब सिक्खों का पवित्र तीर्थ स्थल है। इस वर्ष 10 मई को श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलते थे, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते फिलहाल कपाट नहीं खुल पाए हैं और यात्रा स्थगित है। बस श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ट्रस्ट समय-समय पर वहां पहुंचकर श्री हेमकुंड साहिब की स्थिति को देख रहा है।
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि यहां लगातार बर्फबारी होने के कारण अब भी सात फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। उन्होंने बताया कि हेमकुंड गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के अलावा हेमकुंड सरोवर में भी बर्फ ही बर्फ जमी हुई है।
श्री हेमकुंड साहिब के बारे में मान्यता है कि यहां पर सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने पूर्व जन्म में दुष्टदमन के रूप में तपस्या की थी, जबकि इसी के निकट लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के बारे में मान्यता है कि भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण ने यहां पर पूर्व जन्म में शेषनाग के रूप में तपस्या की थी।