जोशीमठ के होटल माउंटव्यू और मराली इन मलबे में तब्दील,इन दरारों ने जोशीमठ की छाती पर गहरे जख्म छोड़े
जोशीमठ। उत्तराखंड के जोशीमठ में बीते दिनों पड़ी दरारों ने नगर में गहरे जख्म छोड़े हैं। नगर में पड़ी मोटी दरारों के कारण प्रभावित हुए नगर के प्रारंभिक द्वार पर बने दो बहुमंजिला होटलों को प्रशासन द्वारा मलबे में तब्दील कर दिया गया है। होटल माउंटव्यू और मलारी इन जोशीमठ नगर के प्रारंभिक द्वार पर बने बहुमंजिला होटल थे और इन होटलों के नीचे घर बनाकर रह रहे लोगों को भय था कि यदि यह होटल टूटकर गिरेंगे तो उनके भवनों को नुकसान हो सकता है। जिसके बाद प्रशासन द्वारा सुरक्षात्मक दृष्टि से इन होटलों को तोड़ने की कवायद शुरू की गई थी।
इन होटलों को तोड़ने में डेढ़ महीने से अधिक का समय लगा है। अभी भी इन होटलों को पूरी तरह से नष्ट नहीं किया जा सका है।होटलों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों की निगरानी में पूरी सूझबूझ के साथ तोड़ा जा रहा है, ताकि होटल के मलबे से होटल के नीचे बसी बस्ती को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे। नगर के प्रारंभिक द्वार पर बने ये होटल जोशीमठ की शान कहलाते थे। आज से कई वर्षों पहले बने इन होटलों का मुकाबला जोशीमठ की कोई और इमारत नहीं करती थी।
करोड़ों की लागत खर्च करके बने इन होटलों को प्रशासन द्वारा मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया गया। दरारों का दंश झेल रहे जोशीमठ के बाशिंदों का कहना है कि इन दरारों ने जोशीमठ की छाती पर गहरे जख्म छोड़े हैं और इन जख्मों को भुला पाना मुश्किल है।