सौभाग्य कनेक्शनों की जांच में सरकार का लगा गृहण

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उत्तराखंड में दो लाख परिवारों को बिजली कनेक्शन देने के उत्तराखंड पावर कारर्पाेरेशन लिमिटेड के दावों पर उठ रहे सवालों की जांच थी,जो चलते-चलते थक गई। बागेश्वर जनपद में सबसे ज्यादा धांधली की शिकयते आई है ऐसे परिवारों को कनेक्शन दिया गये है जो आर्थिक रूप से प्रभावशाली है और उस श्रेणी में आते ही नही इसमें सबसे ज्यादा तो छुभैये नेता है जो आपने आपको गरीब मानते है भाजपा सरका ने कहा कि चुनाव के बाद इस प्रकरण को प्राथमिकता से लिया जायेगा और जांच निष्पक्ष होगी सरकार बने ढाई साल हो गया इस मामले में सरकार ने इसे ठंडे बसते में डाल दिया है । अगर निष्पक्ष जांच होती तो इसमें कई नेता व अधिकारीयों से वसूली हो सकती थी ।

बागेश्वर। प्रदेशभर में दो लाख परिवारों को बिजली कनेक्शन देने के उत्तराखंड पावर कॉर्पाेरेशन लि. (यूपीसीएल) के दावों पर उठ रहे सवालों की जांच शुरू हुई जो अब आराम से ठंडे बस्ते में घुस गया है क्योंकि विभाग ही भ्रष्टाचार में डूबा हुआ तो जांच कहां से होगी । सचिव ऊर्जा ने घर-घर जाकर बिजली कनेक्शनों के भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए हैं। साथ ही अनियमितताएं पाए जाने पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। यह जांच प्रदेश के सभी जिलों में हो रही है। नौ मुख्य अभियंताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
केंद्र की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। सरकार साफ कर चुकी है कि योजना में एक भी परिवार छूटने न पाए। वहीं, यूपीसीएल ने सरकार की ओर से तय लक्ष्य तो समय पर प्राप्त कर लिया, मगर निगम के इस दावे पर सवाल उठ रहे हैं। इसलिए सचिव ऊर्जा वास्तविकता जानने के लिए स्वयं डोईवाला व हरिद्वार में कई स्थानों पर कनेक्शनों की जांच कर चुकी हैं। अब उन्होंने सौभाग्य योजना के कनेक्शनों की जांच पूरे प्रदेश में कराने के निर्देश दिए हैं। निदेशक परिचालन अतुल अग्रवाल की ओर से इसके आदेश जारी हो गए हैं। जिसमें तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।

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