मानसून के लिए कितना इंतजार करना पड़ेगा, कहां अटका और क्या है वजह?

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मंगलवार को तमिलनाडु के निचले हिस्से में मानसूनी बारिश तो हुई है। लेकिन यह अभी भी लेट है क्योंकि 8 जून तक इसको आंध्रप्रदेश तक पहुंचना चाहिए था।

7 जून तक भारत में प्री-मानसूनी बारिश की दर 37% कम हुई उत्तर पश्चिम में प्री मानसूनी बारिश 94% कम हुई लू की चपेट है देश के मध्य, उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में मानसून आने में देरी हो सकती है। अगले 4-5 दिनों तक मानसून धीमी गति से आगे बढ़ेगा। बीते 8 दिन से मानसून केवल कर्नाटक में कारवार के आसपास दिखाई दिया है। मुंबई में भी इसके धीरे पहुंचने के आसार हैं क्योंकि 10 जून के आसपास मुंबई में मानसून पहुंच जाया करता था, हालांकि इस बार ऐसा नहीं हुआ है। 

बता दें कि मंगलवार को तमिलनाडु के निचले हिस्से में मानसूनी बारिश तो हुई है। लेकिन यह अभी भी लेट है क्योंकि 8 जून तक इसको आंध्रप्रदेश तक पहुंचना चाहिए था। 

जहां पूर्वोत्तर के राज्यों में जमकर बारिश हो रही है, वहीं 7 जून तक भारत में प्री-मानसूनी बारिश की दर 37% कम है। 
उत्तर पश्चिम में प्री मानसूनी बारिश 94% कम हुई है। इसका असर ये हुआ है कि उत्तर और मध्य भारत लू की चपेट में हैं और अगले 2-3 दिन तक ऐसा मौसम रह सकता है।दिल्ली के तापमान में बड़ा बदलाव

बढ़ते-घटने तापमान के बीच दिल्ली का मौसम भी बदल रहा है। जहां लोधी रोड के मौसम भवन केंद्र में न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री दिखाई दिया था, वहीं पीतमपुरा में न्यूनतम तापमान 33.7 डिग्री दर्ज हुआ था। यानी 18 किमी की दूरी पर तापमान में बड़ा अंतर दिखा। 

से कब मिलेगी राहत

यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल को आज लू से राहत नहीं मिलेगी। यहां आज भी लू के थपेड़े सहने होंगे। हालांकि आने वाले 3 दिनों में तापमान में कमी हो सकती है। वहीं बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों बारिश हो सकती है और तेज हवा चल सकती है।

कितना देरी से पहुंचेगा मानसून

मानसून 2 जून को पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंच गया था। पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्र में भी ये एक हफ्ते पहले ही पहुंच गया लेकिन सिलीगुड़ी के आसपास ये 4 दिनों से है। यानी मानसून दक्षिण और पूर्व दोनों जगह अटका हुआ है। इसी वजह से अन्य राज्यों में इसके पहुंचने में देरी हो रही है। 

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