दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर में मिलते हैं ये 3 संकेत, हार्ट अटैक के खतरे को कैसे करें कम?
हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है. जब इंसान के दिल को खून की आपूर्ति नहीं मिल पाती तो हार्ट अटैक पड़ जाता है. इससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. सीने में दर्द, दिल के दौरे का सबसे आम लक्षणों में से एक है. हालांकि, कुछ लोगों को हार्ट अटैक पड़ने से पहले ये संकेत ना मिले, खासकर उन्हें जो किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं. आज हम आपको हार्ट अटैक के कुछ संकेत बताएंगे, जो ये इशारा करते हैं कि दिल का दौरा पड़ने ही वाला है.
डायबिटीज और साइलेंट हार्ट अटैक
डायबिटीज जैसी कुछ बीमारियां हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देते हैं. इसके अलावा, बिना किसी अनुभव के अटैक पड़ सकता है, जिसे साइलेंट हार्ट अटैक भी कहा जाता है. दिल का दौरा पड़ने से पहले टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों को पेट में जलन या सीने में अजीब दर्द महसूस हो सकता है. इसके अलावा, वो हल्का महसूस कर सकते हैं, ठंडा पसीना आ सकता है या जबड़े, गर्दन व बाएं हाथ में दर्द का अनुभव हो सकता है.
हार्ट अटैक के खतरे को कैसे कम करें
एक हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करके हार्ट अटैक के खतरा कम किया जा सकता है. हेल्दी वजन के साथ-साथ दिल की अच्छी सेहत और मजबूत इम्यून सिस्टम के लिए पौष्टिक फूड से भरपूर हेल्दी डाइट का सेवन करें. अपनी डेली डाइट में खूब सारे रंगीन फल और सब्जियां को शामिल करें. हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के साथ-साथ एक हेल्दी डाइट अन्य कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर को भी दूर कर सकता है.
रोज एक्सरसाइज करें
रोजाना किसी न किसी तरह हल्की कसरत करें. आम तौर पर, रोजाना 30 से 60 मिनट की एक्सरसाइज करने के हार्ट अटैक के खतरे को दूर रखा जा सकता है. आप छोटे ब्रिस्क वॉक सेशन में भी शामिल कर सकते हैं और कुछ घरेलू काम कर सकते हैं: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.l
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, दिल का दौरा पड़ने से पहले व्यक्ति की स्किन पीली या ग्रे पड़ सकती है. वह पसीने से तर भी हो सकता है. इसके अलावा, हार्ट अटैक से पहले व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलन, बहुत चिंतित और चक्कर भी महसूस कर सकता है. आपको बता दें कि लिंग के आधार पर हार्ट अटैक के संकेत अलग-अलग हो सकते हैं. पुरुषों को जहां मुख्य रूप से सीने में दर्द होता है, वहीं. महिलाओं में बीमारी, सांस की कमी या गर्दन और जबड़े में दर्द का अनुभव हो सकता