अगर निर्दलीय विधायक कैड़ा भाजपा का दामन थामगें तो भाजपाई खुलकर विरोध करेगें

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किसी भी तरह से कैड़ा को भाजपा में एंट्री नहीं होने देगे यह बात भाजपा के नेता व कार्यकत्ताओं ने कही , क्योंकि कैड़ा ने अपने विधान सभा क्षेत्र में पूरी तरह से जनाधार खो दिया है। पिछले विधान सभा चुनाव में जिन युवाओं ने कैड़ा का समर्थन किया और दिन-रात मेहनत की ,विधायक बनने के बाद कैड़ा ने उन्हें दरकिनार कर दिया ंयहां तक की उन लोगों ने कैड़ा के प्रचार में अपनी जेब से पैसा भी लगाया । कैड़ा की दादागिरी से पूरे विधान सभा की जनता परेशान है । 2022 के चुनाव के लिए कैड़ा अब मैदान तलाश रहे है ताकि भाजपा में एंट्री हो जाय तो चुनावी मैदान मजबूत किया जा सके लेकिन भाजपाई कैड़ा के मंसूबे पूरे नहीं होने देगें हर तरफ से कैड़ा का विरोध स्वर गूंज रहे है। कैड़ा का व्यौहार जनता के प्रति ठीक नहीं है। इसलिए कैड़ा की राजनीतिक भविष्य खतरे में है।

भीमताल । भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा बीजेपी की सदस्यता लेने की हर तरह से कोशिश कर रहे है । कैड़ा दिन -रात दिल्ली कभी देहरादून भाजपा के बड़े नेताओं के पैर पकड़ रहे है। कह रहे है कि अब मुझे भाजपा में सेवा करने का मौका दे दें गुहार लगा रहे है।
सूत्रों के मुताबिक कैड़ा 2022 चुनाव में बीजेपी का टिकट पाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे है ताकि किसी भसी तरह से एंट्री हो जाय । वे भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक से भी मिल चुके है।

कैड़ा कीइस तरह की नौटंकी से भाजपा के ही नेता खुश नहीं हैं, बीजेपी नेता ने एक स्वर में कहा कि कैड़ा को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।कौशिक के साथ मुलाकात को कैड़ा की बीजेपी में एंट्री से जोड़कर देखा जा रहा है. इस सुगबुगाहट से भीमताल सी़ट से बीजेपी के टिकट पाने की आस लगाए बीजेपी के ही नेता परेशान हैं. बीजेपी के ये नेता खुलकर राम सिंह कैड़ा के विरोध में कह रहे हैं कि किसी भी कीमत पर कैड़ा को पार्टी में नहीं आने दिया जाएगा.

भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा का इतिहास कांग्रेस से जुड़ा रहा है. कैड़ा स्टूडेंट पॉलीटिक्स से ही कांग्रेस का हिस्सा रहे. साथ ही, 2017 चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी थे. पूर्व मंत्री और भीमताल से चुनाव लड़ चुके गोविंद सिंह बिष्ट ने कहा ‘भीमताल में बीजेपी के भीतर कई नेता और कार्यकर्ता हैं, जो सालों से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे हैं. पार्टी के टिकट पर जीतने की क्षमता भी रखते हैं. ऐसे में पार्टी को किसी ऐसे नेता या विधायक को लाने की क्या ज़रूरत जो पूरे विधान सभा क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता को खो चुके है।
कैड़ा ने भाजपा कार्यकर्ताओं का अपमान किया’

बिष्ट के मुताबिक कैड़ा की बीजेपी में एंट्री हुई तो उन्हें पार्टी कार्यकर्ता चुनाव नहीं लड़ाएंगे. दूसरी तरफ, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री गजराज सिंह बिष्ट का कहना है कि कैड़ा ने विधायक रहते बीजेपी कार्यकर्ताओं का अपमान किया था . बीजेपी के मंडल अध्यक्ष को थप्पड़ तक मारा था .कैड़ा को बीजेपी में कैसे लिया जा सकता है? गजराज के मुताबिक कैड़ा की शिकायत पार्टी आलाकमान को पहुंचा दी गई है।

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