लखनऊ में अधिकारी की बेटी से चलती कार में मुसलमान युवको ने की हैवानियत, 7 थाना क्षेत्र से गुजरी गाड़ी; राजधानी में खुली सुरक्षा की पोल
लखनऊ। सरेशाम हुई इस घटना ने लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट से लेकर बाराबंकी पुलिस तक की सतर्कता की कलई खोल दी। शाम को हसनगंज थानाक्षेत्र के आइटी चौराहे से छात्रा का वैगनआर कार से सत्यम, सुहैल और असलम ने अपहरण किया।
महानगर, (अयोध्या रोड) गाजीपुर, विभूतिखंड, चिनहट, बीबीडी और बाराबंकी नगर कोतवाली क्षेत्र सफेदाबाग तक करीब 25 किमी तक कार में छात्रा को डालकर घूमते रहे। दोनों जनपदों की पुलिस अगर सतर्क होती तो शायद यह दिल दहला देने वाली जघन्य घटना न होती।
छात्रा को कार में आरोपित पीटते रहे, वह चीखती- चिल्लाती रही, जितना उसके बस में था हाथ-पैर जोड़कर दरिंदों के आगे गिड़गिड़ाती रही, लेकिन न तो दरिंदे पसीजे और न ही पुलिस को उसकी चीख सुनाई दी। बदमाशों ने सात थानाक्षेत्रों की पुलिस को धता बताकर छात्रा के साथ हैवानियत की।
गाड़ी रोककर खाना लेने गए थे
वहीं, पुलिस कमिश्नरेट जगह-जगह बैरिकेडिंग कर पिकेट, चेकिंग और मुस्तैदी का बिगुल फूंकती रही। छात्रा के मुताबिक, दरिंदों ने अयोध्या रोड पर कालिका होटल के पास गाड़ी रोकी। सत्यम और सुहैल खाना लेने चले गए, जबकि असलम कार में ही बैठा रहा। खाना लेकर आए। फिर सफेदाबाद की तरफ बढ़े।
पहले असलम और सुहेल ने दुष्कर्म किया। सत्यम ने सफेदाबाद में किया। किसी से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। फिर जबरन खाना खिलाने लगे। विरोध पर पीटा और मुंह में खाना ठूंस दिया था। रोते हुए जैसे-तैसे खाना खना खाया, तीनों दरिंदे रास्ते भर गांजा और शराब पीते रहे। दुष्कर्म के समय मोबाइल में अश्लील वीडियो भी बनाया। वह गिड़गिड़ाती रही… छोड़ दो, वीडियो डिलीट कर दो, पर दरिंदों ने एक न सुनी।