लखनऊ में कैरियर इंस्टीट्यूट की दो अरब 54 करोड़ की संपत्ति कुर्क

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लखनऊ । गैंगेस्टर एक्ट में वांछित कैरियर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज एंड हास्पिटल के निदेशक अजमत अली व उसके बेटे इकबाल की दो अरब 54 करोड़ 45 लाख दो हजार 951 रुपये की संपत्ति लखनऊ पुलिस ने कुर्क की है। मडिय़ांव थाने में आरोपित के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज थी तब से वह फरार है। इकबाल दर्जा प्राप्त पूर्व राज्यमंत्री है।
लखनऊ पुलिस ने आरोपितों की घैला स्थित कैरियर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज एंड हास्पिटल का एकेडमिक ब्लाक, हास्पिटल ब्लाक, कैंपस, हास्टल, कैरियर पीजी इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंस एंड हास्पिटल की सभी बिल्डिंग, रेजीडेंस हास्टल, गर्ल्स हास्टल, मेस, डेंटल कालेज स्थित एसटीपी, ग्रामीण स्वास्थ प्रशिक्षण केंद्र मुतक्कीपुर, दो मंजिला अधूरा निर्माण, कैरियर कांवेंट कालेज तथा विभिन्न गांवों में ली गई जमीन की कुर्की की है। इसके अलावा अलग अलग बैंकों में जमा कुल 77 लाख 35 हजार 530 रुपये भी जब्त कर लिए। यही नहीं आरोपितों व उनके परिवार के लोगों के नाम से ली गई आडी, बस, फार्चूनर, इनोवा, क्वालिस समेत अन्य वाहनों को भी जब्त किया गया है।
पुलिस के मुताबिक घैला गांव निवासी अजमत अली सामान्य परिवार में पैदा हुआ था। अजमत के माता पिता ने भी उसका भरण पोषण सामान्य ढंग से किया था। अजमत कई भाई बहन थे, जिनके पास पैतृक संपत्ति भी ज्यादा नहीं थी। अजमत के हिस्से में भी बहुत कम संपत्ति आई थी, जिससे परिवार का गुजारा नहीं हो सकता था। अजमत ने वर्ष 1988 में परिवार पालने के लिए निशार अली नाम के व्यक्ति के यहां 1200 रुपये प्रति माह वेतन पर काम शुरू किया था।
आरोपित अपने बेटे इकबाल व गिरोह के अन्य लोगों के साथ मिलकर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने लगा। अजमत अपराध के माध्यम से रुपये जमा करता था, जो बाद में उसका पेशा बन गया। पुलिस का कहना है कि सबसे पहले अजमत ने शिवपुरी में एक छोटा सा स्कूल खोला था। अजमत ने 1995 में कैरियर कांवेट एजुकेशनल एंड चौरिटेबल ट्रस्ट बनाया और सरकारी रास्ते व चकरोड पर कब्जा कर लिया। ट्रस्ट से कमाए गए रुपयों से वर्ष 1998 से 2000 के बीच अवैध रूप से कैरियर डेंटल कालेज बनवा दिया।
आरोपितों ने वर्ष 2007 में कैरियर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज एंड हास्पिटल की बिल्डिंग नेशनल हाइवे से मिलाकर बनाना शुरू कर दिया था। अजमत ने चकरोड और परती जमीन को अवैध रूप से ट्रस्ट में समाहित कर लिया था। इसके बाद उसी ट्रस्ट से दो अरब 54 करोड़ 45 लाख दो हजार 951 रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली। अजमत अली के खिलाफ मडिय़ांव कोतवाली में कुल आठ मुकदमे दर्ज हैं वहीं, इकबाल पर तीन एफआइआर है।

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