2022: सल्ट विधानसभा सीट पर दो सूरमाओं के बीच होगा घमासान, रणजीत रावत की मुश्किलें बढ़ीं

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भाजपा प्रत्याशी विकास तो कांग्रेस प्रत्याशी पांच वर्षों में विकास न होने की बात कहकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता सब कुछ जानती है कि रणजीत रावत ने केवल ने अपना हित देखा क्षेत्र की जनता को नकारना ।

रामनगर । भौगोलिक दृष्टि से बेहद जटिल सल्ट विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के सूरमाओं के बीच घमासान है। इस बार किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में कोई  बयार नहीं है और जनता की खामोशी प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ा रही है। भाजपा प्रत्याशी विकास तो कांग्रेस प्रत्याशी पांच वर्षों में विकास न होने की बात कहकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। 

सल्ट विधानसभा सीट से भाजपा के महेश जीना विधायक हैं। पार्टी ने उन्हीं पर भरोसा जताते हुए दोबारा चुनाव समर में उतारा है। दूसरी ओर 2017 के चुनाव और इस सीट पर हुए उपचुनाव में हार का मुंह देख चुकी कांग्रेस ने इस बार रणजीत सिंह रावत पर दांव लगाया है। रावत ने वर्ष 2017 का चुनाव रामनगर विधानसभा सीट से लड़ा था और उनको हार का मुंह देखना पड़ा था। इसके बाद भी रावत पांच वर्षों से रामनगर में ही डटे हुए थे सल्ट की तरफ मुंह फेरकर आज कैसे हिमायती बनें हुए हैं।

महेश जीना पांच वर्षों में किए गए विकास कार्यों की दुहाई दे रहे हैं। जनता को बता रहे हैं कि कोविड कॉल में क्या-क्या किया। कितने करोड़ की योजनाएं राज्य सरकार से स्वीकृत कराईं। कुछ योजनाओं का काम पूरा हो चुका है तो कुछ का होना शेष है। लोगों को बता रहे हैं कि सड़कों का जाल बिछाया गया है। महेश जीना अपने छोटे भाई स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के कार्यकाल में हुए काम गिना रहे हैं और लोगों की मदद की बात भी कर रहे हैं। लोगों को याद दिला रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर वह लोगों के साथ हमेशा खड़े रहे।

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