यूपी में भारत बंद का एक सच ,बेअसर हो रहा है साबित
गाजियाबाद । तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार सुबह 6 बजे से जारी भारत बंद दिल्ली-एनसीआर में बेअसर साबित हो रहा है। हर दुकान और व्यापारिक प्रतिष्ठान, रेस्तरां व बैंक सोमवार सुबह से ही खुले हुए हैं। यहां तक कि ट्रैफिक पुलिस के बनाए डायवर्जन प्लान को भी पूरी तरह से लागू करने की जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि कृषि कानून विरोधी बंद के नाम पर सिर्फ फोटो सेशन कराने के लिए सड़क पर उतरे और पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए फोटो खिंचवाने के बाद चल दिए। फिलहाल यह तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग इस बात पर हैरानी भी जता रहे हैं कि लोग एक ओर जाम से परेशान हैं और तथाकथित आंदोलनकारी भारत बंद के नाम पर तस्वीर खिंचवाकर घर को जा रहे हैं।
बंद को लेकर पूरे दिले में सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद है। एसएसपी पवन कुमार का कहना है कि कहीं भी जबरन बंदी नहीं होने दी जाएगी। अभी तक ऐसी सूचना नहीं मिली है। पूरे जिले को जोन व सेक्टर में बांटकर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ फोर्स तैनात की गई है। एसपी ग्रामीण डा. ईरज राजा मोदीनगर में नजर बनाए हुए हैं और एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल सिद्धार्थ विहार चौराहा व हापुड़ चुंगी की निगरानी कर रहे हैं। एसएसपी खुद एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह के साथ यूपी गेट के आसपास डेरा डाले हैं।
गाजियाबाद में यूपी गेट को छोड़ दें तो बाकी स्थानों पर प्रदर्शनकारी सिर्फ फोटो सेशन के लिए पहुंच रहे हैं। सिद्धार्थ विहार चौराहा पर 8-10 किसान सड़क पर पांच मिनट के लिए बैठे। इस कारण दोनों तरफ का यातायात रोक दिया गया। तहसीलदार सदर विजय प्रकाश मिश्र को ज्ञापन दिया और फोटो खिंचाई इसके बाद सभी अपनी गाड़ियों में बैठकर चले गए।
सोमवार गाजियाबाद जंक्शन भी छावनी में तब्दील किया गया है। आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम लगातार चेकिंग कर रही हैं। जीआरपी सीओ सुदेश गुप्ता, आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एनएम वशिष्ठ, आरपीएफ इंस्पेक्टर पीकेजीए नायडू और जीआरपी एसओ सतीश कुमार भारी फोर्स के साथ रेलवे स्टेशन परिसर में गश्त कर रहे हैं। साथ ही गाजियाबाद के सभी आउटरों पर भारी फोर्स तैनात की गई है। रेलवे इंटेलिजेंस के लोग सादे कपड़ों में आउटर के आसपास घूमकर सूचनाएं इकट्ठी कर रहे हैं। नया गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर भी चौकसी बढ़ाई गई है।