उत्तराखंड निवेशक सम्मेलन में पीएम मोदी बोले, मेरे तीसरे टर्म में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
पीएम ने कहा कि मैंने उत्तराखंड को जिया है उसकी भावनाओं को महसूस किया है। सामर्थ्य से भरी देवभूमि निवेश के बहुत सारे द्वार खोलने जा रही है। बिजनेस की दुनिया के दिग्गज सभी पहलुओं का आकलन कर आगे की रणनीति बनाते हैं। आज भारत को लेकर विश्लेषण करें। भारत आज अस्थिरता नहीं चाहता। आज भारतीयों को दुनिया सम्मान की दृष्टि से देख रही है
देहरादून । उत्तराखंड में निवेश के महाकुंभ का आगाज हो गया है। देहरादून के एफआरआई में दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभारंभ किया। सम्मेलन में देश-दुनिया के 5000 से अधिक निवेशक और प्रतिनिधि शामिल हुए हैं, जिन्हें संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कई बड़ी बातें कहीं। उत्तराखंड की खूबियां बताते हुए पीएम मोदी ने निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ प्रधानमंत्री ने मंच से अगले आम चुनाव को लेकर भी इशारा कर दिया।
संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहीं बड़ी बातें..1 -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन के मंच से कहा कि जिसमें दम हो, मैदान में आ जाएं, फायदा उठा लें। मैं गारंटी देता हूं कि जो बातें हम बताते हैं उन्हें पूरा कराने के लिए हम खड़े भी रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन के एक पहलू को बनाने में इस धरती का बड़ा योगदान है।अगर उसे कुछ लौटाने का अवसर मिलता है तो उसका आनंद भी कुछ और होता है। आइये इस पवित्र धरती में चल पड़िए। आपके काम में कभी कोई बाधा नहीं आएगी। हमारा देश नई ऊर्जा के साथ खड़ा हो सकता है।
2-प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन के मंच से बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों को भरोसा दिलाता हूं कि मेरे तीसरे कार्यकाल में हमारा देश, दुनिया के टॉप 3 इकॉनमी में आकर रहेगा। पीएम मोदी ने अगले आम चुनाव को लेकर भी इशारा किया है।
3-पीएम मोदी ने डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाए। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के फायदे का उदाहरण टूरिस्म सेक्टर भी है। कहा कि देश के धन्ना सेठों को कहना चाहता हूं कि हमारे यहां माना जाता है कि शादी के जोड़े ईश्वर तय करता है। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि जोड़े अपने जीवन की यात्रा यहां आने के बजाय विदेश में क्यों जाते है। मेक इन इंडिया की तरह वेड इन इंडिया भी चलाया जाए। आप कुछ निवेश कर पाओ या नहीं, लेकिन अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन वेडिंग अगले पांच साल में उत्तराखंड में करें। अगले पांच साल में पांच हजार डेस्टिनेशन वेडिंग भी उत्तराखंड में हुई तो ये एक नया क्षेत्र खड़ा हो जाएगा। देश के धन्ना सेठ इस बारे में सोचेंगे तो बड़ा बदलाव आएगा।