जै हो बाबा बौखनाथ की, सच हुई बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी, मजदूरों के बाहर निकलने को लेकर दिया था बाबा ने वचन

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उत्तरकाशी । यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग पर 12 नवंबर से फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर चर्चा में आए क्षेत्र के आराध्य देव बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी आज सही साबित हुई।
आए दिन मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयासों को झटका लगते देख विगत रोज सुरंग से जुड़े अधिकारी, स्थानीय लोग बाबा बौखनाग के थान स्थान भाटिया गांव पहुंच मजदूरों को सही सलामत निकालने की अर्जी लगाते हुए मनौती मांगी थी। जिस पर बौख के पश्वा ,माली, संजय डिमरी ने वचन दिया था कि अगले तीन दिन में सुंरग में फंसे मजदूर सुरक्षित निकाल लिए जाएंगे। इस बीच न कोई अड़चन आएगी और आज ठीक तीसरे दिन मजदूरों को बाहर निकलने का रास्ता हुआ साफ।
इधर, सिलक्यारा सुरंग से जुड़े लोगों ने बाबा बौखनाग देवता के माली को लेने के लिए वाहन भेजा, ताकि सुरंग से बाहर निकलने वालें मजदूरों के ऊपर बाबा बौखनाग देवता के कहे अनुसार पूजा अर्चना की जा सकें।
बता दें कि बाबा बौखनाथ सिलक्यारा सहित क्षेत्र की तीन पट्टियों के ईष्ट देव हैं। यहां नागराज का मंदिर है। यहां बाबा बौखनाग की ही पूजा-अर्चना की जाती है। बौखनाग देवता को इलाके का रक्षक माना जाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि जहां सिलक्यारा सुरंग का निर्माण किया गया है। उसके निकट देवता का मंदिर बनाए जाने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में निर्माण में लगी कंपनी ने मंदिर नहीं बनाया। ग्रामीणों का मानना है कि देवता की नाराजगी के कारण ही यह हादसा हुआ है।

देवों के देव निवास करते है उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ,अमेरिका से आए इंजीनियर ने भी बाबा बौखनाग की पूजा करते हुए ।

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