जोशीमठ बाग वार्ड में बढ़ा भू-धंसाव, पड़ी 300 मीटर लंबी दरारें और बड़े-बड़े गड्ढे, दहशत में लोग
जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण दरारें पड़ने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शहर का मनोहरबाग वार्ड भू-धंसाव से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां खेतों और आम रास्तों पर करीब 300 मीटर लंबी दरारें आई हैं। जिन्हें देखकर स्थानीय लोग हैरान हैं। यहां पर प्रशासन ने जिन जगहों पर पॉलिथीन डाली हुई थी वहां बड़े-बड़े गड्ढे बन रहे हैं। ये गड्ढे चार फीट से अधिक गहरे हैं। बुधवार को डरे, सहमे आपदा प्रभावित दरारों और जगह-जगह पड़े गड्ढों की गहराई को नापने के लिए फीता लेकर पहुंचे।
आपदा प्रभावित सूरज कपरवाण का कहना है कि यहां औली रोपवे के पहले टावर से कुछ दूरी पर खेतों से लेकर माउंट व्यू होटल तक दरार पड़ी है। जो दिन प्रतिदिन चौड़ी हो रही है। इन दरारों को प्रशासन की टीम ने मिट्टी से भरकर इनपर पॉलिथीन डाल दिया था, लेकिन अब यहां फिर से दरारें पड़ने लगी है।
रोपवे के टावर नंबर एक से माउंट व्यू होटल तक करीब 300 मीटर लंबी दरार है। यह दरार दो फरवरी को पड़ी थी, जो अब धीरे-धीरे बढ़ रही है। यह भू-धंसाव क्षेत्र की सबसे बड़ी दरार है। वहीं, आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुए सीमा सड़क संगठन ने जोशीमठ से मारवाड़ी तक जगह-जगह भू-धंसाव से बदहाल पड़े बदरीनाथ हाईवे का सुधारीकरण कार्य शुरू कर दिया है। जिन जगहों पर गड्ढे पड़े थे, उन्हें भी भर दिया गया है।