टूरिस्ट्स की चीखों से कांपी घाटी, पत्थरों में दबकर कबाड़ हुईं गाड़ियां; 9 मृतकों में राजस्थान के एक परिवार के 3 लोग
हिमाचल। प्रदेश के किन्नौर में रविवार दोपहर लैंडस्लाइड से हुए हादसे ने देश को हिलाकर रख दिया है। हिमाचल की वादियों में घूमने आए टूरिस्ट इसका शिकार हो गए। वे सब हंसते-गाते पहाड़ों के नजारे देख रहे थे कि अचानक पहाड़ से चट्घ्टानें खिसकना शुरू हो गईं। इससे चीख-पुकार मच गई। गाड़ियां मलबे के नीचे दब गईं।
इस हादसे के कुछ डराने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। पत्थरों की चपेट में आए टैंपो ट्रैवलर की हालत देखकर हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। पास के बटसेरी गांव के लोग इसमें से घायलों और शवों को निकाल रहे हैं। इनमें से कई की मौत हो गई है। चंडीगढ़ का रहने वाला एक शख्स घायल है। कुछ स्टूडेंट्स के भी वाहन में सवार होने की खबरें हैं।
पुलिस और आईटीवीपी के जवान मदद के लिए पहुंचे
इस वाहन में ड्राइवर समेत 11 लोग सवार थे। इनमें 9 की मौत हो गई और 3 घायल हैं। मरने वालों में 4 राजस्थान के, दो छत्तीसगढ़ के, 1-1 महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब के रहने वाले थे। ये सभी किन्नौर घूमने आए थे। सड़क पर चल रहे एक राहगीर के साथ कुछ और लोगों को चोटें आई हैं।
31 साल के अनुराग मुंबई में कंपनी सेक्रेटरी थे। हादसे में उनकी मां और बहन की भी मौत हुई है।
मरने वालों में सीकर के अनुराग बियाणी, उसकी मां माया देवयानी और बहन रिचा भी शामिल हैं। 31 साल के अनुराग मुंबई में कंपनी सेक्रेटरी थे। अनुराग का परिवार एक महीने पहले राजस्थान घूमने आया था। सभी ने दो दिन पहले दिल्ली जाने का प्लान बनाया था। दिल्ली से उन्होंने ग्रुप टूर में बुकिंग की और वहां से हिमाचल गए थे।इनके अलावा जयपुर की डॉक्टर दीपा की भी हादसे में मौत हुई है। दीपा ने रविवार दोपहर एक बजे अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि वे भारत के लास्ट पॉइंट पर हैं। यहां आम लोगों को आने की इजाजत है। इस पॉइंट से लगभग 80 किलोमीटर आगे तिब्बत के साथ हमारी सीमा है, जिस पर चीन ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
राहत के लिए हेलिकॉप्टर मंगाना पड़ा
मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो एक ओर हादसे के शिकार लोगों को निकाला जा रहा था और दूसरी ओर ऊपर से पत्थरों के गिरने का सिलसिला जारी था। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर मंगवाना पड़ा। पत्थरों के गिरने से हर तरफ धूल छाई हुई थी। साथ ही बड़ी चट्टानों की वजह से नदी का पुल भी टूट चुका था।
पहले भी हुई हैं पत्थर गिरने की घटनाएं
किन्नौर में नेशनल हाईवे- 5 पर पहले भी पत्थर गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। करीब 3 महीने पहले यूपी के सहारनपुर में रहने वाले दिनेश कुमार की ऐसे ही हादसे में मौत हुई थी। दिनेश यहां चल रही एक जल विद्युत परियोजना में काम करता था। वह हाईवे से पैदल जा रहा था। तभी अचानक पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे। एक पत्थर उसके सिर में लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। (सौजन्य भास्कर न्यूज)