देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग पर अड़े केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित, अनशन जारी
चमोली । देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन चारों धामों सहित मुख्य मंदिरों में बढ़ता जा रहा है. पिछले दो महीने से केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर परिजनों समेत आंदोलन में कूद गए हैं. वहीं गुरुवार को भी केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों का क्रमिक अनशन जारी रहा.
तीर्थ पुरोहितों ने अनशन के दौरान जमकर नारेबाजी की. पुरोहितों ने कहा कि सरकार इतना लंबा समय गुजर जाने के बाद भी कोई पहल नहीं कर रही है. तीर्थ पुरोहित लगातार अपना विरोध सरकार के सामने व्यक्त कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है.
उन्होंने कहा कि जब तक देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं किया जाता आंदोलन चारों धामों में जारी रहेगा. बता दें कि दो साल पहले तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया था. बोर्ड में उत्तराखंड के चार धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री ओर यमुनोत्री सहित कुल 51 मंदिर शामिल किए गए थे. केदारनाथ में बोर्ड का गठन होने से पहले केदारनाथ मंदिर का संचालन बद्री केदार मंदिर समिति करती थी. केदारनाथ की सभी व्यवस्थाएं मंदिर समिति देखती थी लेकिन बोर्ड का गठन होने के बाद केदारनाथ धाम की सभी व्यवस्थाएं सरकार और प्रशासन के अधीन आ गई, जिससे तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारी नाराज हैं.
वहीं देवस्थानम बोर्ड को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हाई पॉवर कमेटी के गठन की घोषणा कर चुके हैं. इस घोषणा को 15 दिन से अधिक का समय हो चुका है, बावजूद इसके अभी तक हाईपॉवर कमेटी गठन का विधिवत आदेश जारी नहीं हुआ है.