मंत्री भगत को भारी पड़ा डाक्टर से बहसबाजी
जब मंत्री जी को चिकित्सा संबधी कीकोई जानकारी नहीं तो एक डाक्टर से बहस करने पर महंगा तो पड़ेगा ही ं,आखिर सरका क्या व्यवस्था अस्पताल को दे रही है ।
रामनगर । संयुक्त अस्पताल रामनगर में अव्यवस्था और सुविधाओं में कमी के सवाल को नकारते हुए संचालक मंत्री से बहस करने लगें। इससे मंत्री कुछ देर तक जुबान बंद हो गई बाद में जब समर्थकों ने मोर्चा संभाला तो बहसबाजी और बढ़ती इससे पहले ही मौजूद अफसरों ने मामला शांत करवा दिया। मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देकर अस्पताल में ब्लड बैंक और सीटी स्कैन सुविधा शुरू नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। जब अस्पताल में सीटी स्कैन सुचारू रूप से चल रहा है तो मंत्री जी बेवजह बहस करने लगे ।
मंत्री बंशीधर भगत के साथ विधायक व छुटभैये नेता साथ चल रहे है ं उन्होनें कोविड गाइडलाईन की धज्जिया उड़ाई है। वह अस्पताल में ,भगत अभी अस्पताल संबंधी शिकायतों और संचालक की गैरमौजूदगी का हवाला देकर तल्खी दिखाना शुरू ही करते हैं, कि संचालक बरस पड़ते हैं, मैं इस तरीके से बात नहीं करूंगा कि आप मुझे इस तरीके से खड़े करके बात कराए। भगत भड़क उठते हैं, अस्पताल संचालक कहा मैं कोई अपराधी नहीं हूं, जो इस तरीके से बात करेंगे आप…! इतना सुनकर सभी आवक रह जाते हैं। संचालक का जवाब सुनकर गुस्से से लाल भगत संचालक को कड़ी फटकार लगाना शुरू कर देते हैं, इस पर एसडीएम समेत मौके पर मौजूद लोग मामला शांत करा देते हैं। जबकि मंत्री भगत को चिकित्सा के क्षेत्र में कोई जानकारी नही है।
मंत्री ने डा0ॅं दीपक गोयल को फटकार लगाई तो डॉ. दीपक भी मंत्री के सामने व्यवस्थाएं बेहतर होने की बात कहते हुए अड़ गए। इससे माहौल गरमा गया। इस मामले में डॉ. दीपक गोयल से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने खुद कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए उच्चाधिकारी से बात करने को कह दिया।
बंशीधर भगत ने बताया कि उनके पास अस्पताल प्रशासन की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। मरीजों को रेफर करने की गंभीर शिकायत हैं। मामले में एसडीएम को जांच के निर्देश दिए गए हैं। व्यवस्थाएं ठीक नहीं होने पर त्वरित कार्रवाई को कहा गया है। यहां विधायक दीवान बिष्ट, एसडीएम विजयनाथ शुक्ल, सीओ बलजीत भाकुनी, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र रावत, भावना भट्ट आदि मौजूद थे।